रेवांचल टाईम्स - जिले के साथ-साथ पूरे प्रदेश में रवि मौसम की गिरदावरी पटवारियों के द्वारा गिरदावरी एप के माध्यम से की जा रही है फसल गिरदावरी के आधार पर फसल की अधिसूचना राजपत्र में जारी की जाती है
फसल अधिसूचना के आधार पर ही फसल का बीमा किया जाता है साथ ही फसल गिरदावरी के अनुसार फसल उपार्जन खाद्य विभाग के पोर्टल में फसल गिरदावरी के आधार पर कृषकों को अपनी अपनी उपज का विक्रय हेतु पंजीयन कराना होता है इसी प्रकार फसल गिरदावरी के अनुसार से फसलों का बोया गया क्षेत्रफल फसल का सिंचित असिंचित क्षेत्रफल और विभिन्न पड़ती भूमि एवं कैफियत में दर्ज सिंचाई के साधनों के आधार पर वार्षिक रितु और फसल का प्रतिवेदन आयुक्त भू अभिलेख एवं बंदोबस्त ग्वालियर को भेजा जाता है यही कारण है फसल गिरदावरी मौके पर वास्तविक रूप से किया जाना बहुत जरूरी होता है कृषकों के फसल गिरदावरी के संबंध में प्राप्त दावा आपत्ति का समय सीमा के भीतर भौतिक सत्यापन कराकर तदनुसार तहसील के प्रमुख तहसीलदार के द्वारा स्वीकृति निराकरण दावा आपत्ति का समय सीमा में निराकरण करा कर तहसीलदार का उत्तरदायित्व निर्धारित रहता है मैदानी कर्मचारियों में पटवारियों के द्वारा मौका में भ्रमण करते हुए फसल गिरदावरी एप
के माध्यम से मौके में फसल दर्ज किया जाना है ताकि आने वाले समय में कृषकों को किसी प्रकार की कोई समस्या ना आने पाए और फसल गिरदावरी रवि के मौसम की गिरदावरी के समय सीमा 5 फरवरी 2022 निहित की गई है तो 5 फरवरी तक पटवारियों को गिरदावरी ऐप से रवि मौसम की फसल गिरदावरी पूर्ण करना है
वही जिले के अधिकांश ग्रामों में पटवारियों के द्वारा जिओ फेस के माध्यम से भी कृषकों के खेत खेत मौके में जाकर लगी फसल की फोटो अपलोड करते हुए गिरदावरी की गई है, और बाद में गिरदावरी से शेष बच्चे कृषकों की गिरदावरी बिना लोकेशन और बिना फोटो अपलोड किए भी वर्तमान में की जा रही है जिले के तमाम कृषक बंधु मौसम रवि की गिरदावरी के उपरांत होने वाली समस्याओं से बचने के लिए पटवारियों के द्वारा की जा रही गिरदावरी को अपने स्तर पर अपने अपने खेतों में लगी फसल की गिरदावरी करवा लेवे साथ ही जांच करलेवे ताकि आने वाले समय में कृषकों को फसल उपार्जन हेतु अपनी अपनी उपज का विक्रय हेतु पंजीयन कराने में आने वाली समस्याओं से ना गुजरना पड़े इसलिए समय सीमा का ध्यान रखते हुए
एमपी किसान ऐप के माध्यम से कृषक स्वयं अपने खेतों की फसल गिरदावरी जांच करने के उपरांत यदि अंतर या भिन्नता पाई जाती है तो उसी ऐप के माध्यम से आपत्ती या फसल सुधार कर संबंधित पटवारी या तहसीलदार की आईडी में रिक्वेस्ट पहुंचाई जा सकती है वही कृषक अपने अपने हल्कों के पटवारियों से संपर्क कर रवि मौसम की गिरदावरी की सही फसल गिरदावरी ऐप के माध्यम से निर्धारित समय के पहले दर्ज करा लेवें। जनहित में जारी...
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