रेवांचल टाइम्स। माना जाता है कि प्रोटीन और कुछ अन्य पौष्टिक तत्वों का बहुत अच्छा स्रोत अंडा होता है। तभी तो आप इसे सुबह के समय ब्रेकफास्ट में खाना चाहते हैं, लेकिन सिर्फ इसका सफेद भाग खाते हैं तो यह आपको नुकसान भी पहुंचा सकता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आप इसकी जर्दी नहीं खाते तो आप अंडे में मौजूद काफी सारे पौष्टिक तत्वों से महरूम रह जाते हैं। अंडे की जर्दी को निकाल देने से आपको अंडे का केवल आधा ही लाभ मिल पाता है, जिसकी वजह से आपको अन्य शारीरिक परेशानी, जैसे कि इंफेक्शन या एलर्जी हो सकती है।
-माना जाता है कि अंडे का सिर्फ सफेद हिस्सा खाने से फूड प्वाइजनिंग हो सकती है। क्योंकि कभी-कभी अंडे का सफेद भाग सालमोनेला बैक्टीरिया से संक्रमित हो सकता है. जो चिकन की आंतों में मिलता है। यदि इस रिस्क से बचना चाहते हैं तो रोजाना अंडे के सफेद भाग खाने से परहेज करें।
– बता दें कि बायोटीन यानी कि घुलनशील विटामिन एच या विटामिन b7 मांसपेशियों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है. अगर ये हमारी बॉडी को उचित मात्रा में नहीं मिलती है तो इसकी कमी से बालों का झड़ना, क्रैडल कैप या मांसपेशियों में दर्द जैसे दिक्कत होती है। दरअसल, इसकी एक मुख्य वजह एविडिन प्रोटीन भी है, जो अंडे के सफेद भाग में मौजूद होता है। माना जाता है कि उस की अधिकता से शरीर में बायोटीन की कमी हो जाती है।
– शरीर में एलर्जी होने की शिकायत सिर्फ अंडे के सफेद हिस्से के खाने से होती है। कुछ लोगों को अंडे के सफेद भाग में मौजूद प्रोटीन एल्बुमिन से एलर्जी होती है। यदि अंडे का सफेद भाग अधिक खाया जाता तो उन लोगों को एलर्जी जैसे कि जी मिचलाना, उल्टी, सूजन, रैशेज जैसी समस्या बढ़ जाती है।
No comments:
Post a Comment