मण्डला 6 फरवरी 2022
उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास ने फसलों को पाले से बचाने कृषकों को सलाह दी है। जारी एडवाईजरी में उन्होंने कहा है कि वर्तनान में ओला पाला एवं प्रतिकूल मौसम की स्थिति को दृष्टिगत रखते हुये कृषि विभाग द्वारा जिले के किसानों को सलाह दी गई है कि शीत लहर एवं पाले से फसल की सुरक्षा के लिये खेत की सिंचाई की जाये। यदि पाला पड़ने की संभावना हो या मौसम विभाग से पाला पड़ने की चेतावनी दी गई हो तो फसलों की हल्की सिंचाई करना चाहिए। इससे खेत का तापमान शून्य डिग्री से नीचे नहीं गिरेगा। इससे फसलों को पाले से होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है। सिंचाई करने से खेत के तापमान में 5 से 2 डिग्री तक वृद्धि हो जाती है। फसल को पाले से बचाने के लिए खेत के किनारे धुआँ करने से तापमान में वृद्धि होती है, जिससे पाले से होने वाली हानि से बचा जा सकता है। पाला पड़ने की संभावना होने पर फसलों पर गंधक का 0.1 प्रतिशत घोल कर छिड़काव करना चाहिए। इसके लिये 1 लीटर गंधक को 1 हजार लीटर पानी में घोलकर 1 हेक्टेयर क्षेत्रफल में छिड़काव करना चाहिए। ध्यान रखा जाये कि पौधों पर गोल का छिड़काव अच्छी तरह किया जाए। इस छिड़काव का असर दो सप्ताह तक रहता है। यदि इस अवधि के बाद भी शीतलहर एवं पाले की संभावना बनी रहे तो गंधक को 15-15 दिन के अंतर से छिड़काव करना चाहिए।
जिन कृषकों द्वारा फसल बीमा कराया गया है ऐसे कृषक ओलावृष्टि, अतिवृष्टि या अन्य कोई प्राकृतिक आपदा आती है तो अपने क्षेत्र के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, पटवारी एवं बीमा कंपनी को 72 घंटे के अंदर अवश्य सूचित करें। (टोल फ्री नंबर 18002337115) और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ लें। जिले में कार्यक्रम फसल बीमा कंपनी के विकाखण्डवार अधिकारियों के मोबाईल नंबर डिस्ट्रिक्ट कोड्रीनेटर मंडला 8827926177, ब्लॉक कोड्रीनेटर मंडला 9302580785, ब्लॉक कोड्रीनेटर बिछिया 9406809167, ब्लॉक कोड्रीनेटर घुघरी 9424632528, ब्लॉक कोड्रीनेटर नैनपुर 9098170700, ब्लॉक कोड्रीनेटर मोहगांव 7477204275, ब्लॉक कोड्रीनेटर निवास 9039196721, ब्लॉक कोड्रीनेटर बीजाडांडी 9691583889, ब्लॉक कोड्रीनेटर मवई 9131447128 एवं ब्लॉक कोड्रीनेटर नारायणगंज 6266949412 नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
दलहनी फसलों में कीटव्यापी का प्रकोप होने पर कृषि विभाग के मैदानी अमले एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों से संपर्क करें तथा अनुशंसित की गई दवाओं को पंजीकृत विक्रेताओं से क्रय कर पक्का बिल अवश्य प्राप्त करें तथा वैज्ञानिकों द्वारा अनुशंसित की गई दवाओं को निर्धारित मात्रा में छिड़काव करें।
No comments:
Post a Comment