प्रवीण कुमार सोबती का जन्म 6 दिसंबर 1947 को पंजाब के अमृतसर में हुआ था. 6 फुट 7 इंच लंबे प्रवीण की कद-काठी पंजाबी खान-पान का सही उदाहरण पेश करती थी. 18 साल की उम्र में इतना शानदार फिजिकल अपीयरेंस, देखने वाले भी दंग रह जाते थे. प्रवीण महाभारत सीरियल में आने से पहले एक शानदार एथलीट हुआ करते थे. वे हैमर और डिस्कस थ्रो यानि गोला फेंक और चक्का फेंक गेम में एशिया के नंबर वन खिलाड़ी थे. इस खेल में उनकी टक्कर का खिलाड़ी होना बहुत मुश्किल था. एशियन गेम्स में गोल्ड विनर रहे प्रवीण ने ओलंपिक में भी भाग लिया था. गोल्ड मेडल जीत चुके प्रवीण की किस्मत में कुछ और ही था. मैदान में बेहतरीन खिलाड़ी होने का परिचय देने के बावजूद सीरियल महाभारत ने उन्हें घर-घर में पहचान दिलाई. लोग महाभारत के इस गदाधारी भीम को देख उन्हें ही असली भीम मानने लगे थे.
एक इंटरव्यू में प्रवीण ने एक्टिंग में आने से पहले अपने शेड्यूल के बारे में बताया था. प्रवीण ने कहा- 'एक भी दिन ऐसा नहीं जब मैं 3 बजे ना उठा हूं. गांव में जिम जैसी कोई चीज नहीं थी और ना ही तब तक मैंने ऐसी चीज देखी थी. मां घर में जो चक्की अनाज पीसने के लिए इस्तेमाल करती थी, उसी की सिल्लियों का वजन उठाकर मैं ट्रेनिंग करता था. भोर के 3 बजे से सूरज निकलने तक मैं ट्रेनिंग करता था. तीन साल लगे शरीर बनाने में और जब जानने वालों ने मुझे देखा तो वो पहचान नहीं पाए. मेरा शरीर एकदम देसी खुराक से बना था.'
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