कार्यक्रम का श्रीगणेश पालक शिक्षक संघ के अध्यक्ष गिरीश राहंगडाले द्वारा माँ सरस्वती के चल चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित संस्था के सभी शिक्षकों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर वर्णित विभिन्न विषयों जैसे--प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा सीखने की नींव, बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान, स्कूलों में पाठ्यक्रम और शिक्षण-शास्त्र, शिक्षक की भूमिका,समतामूलक और समावेशी शिक्षा के लिये अधिगम,स्कूली शिक्षा के लिये मानक निर्धारण और प्रत्यायन, प्रौद्योगिक का उपयोग एवं ऑनलाइन और डिजिटल शिक्षा आदि पर विस्तृत अपने अपने तर्क व्यक्त किये गए।
कार्यक्रम में पधारे हरेन्द्र पटले पूर्व विधायक प्रतिनिधि ने अपने उदबोधन में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को एक सफल शिक्षा नीति निरूपित कर कहा कि अब अत्याधुनिक संसाधनों और नए पाठ्यक्रम के अनुसार छात्रों को कैसे पढ़ाया जाए,उनकी कॅरियर काउंसिलिग कैसे की जाए,ताकि बच्चे सही दिशा में आगे बढ़े।
गुरुसिंह देशमुख सहायक शिक्षक एवं महानंद हरिनखेड़े सहायक शिक्षक ने भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर विस्तृत प्रकाश डाला।
समापन सत्र एवं उदबोधन में संस्था प्रमुख जी.पी.अग्रवाल ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करते हुए बताया कि नई शिक्षा नीति से छात्रों का चहुमुंखी विकास,बहुविषयक दृष्टिकोण आदि पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम के समापन की घोषणा की गई एवं उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया गया।
कार्यक्रम समाप्ति के उपरांत आनंद जायसवाल प्राथमिक शिक्षक द्वारा पालन प्रतिवेदन तैयार कर वरिष्ट कार्यालय को भेजा गया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से पालक शिक्षक संघ के अध्यक्ष गिरीश राहंगडाले,हरेन्द्र पटले पूर्व विधायक प्रतिनिधि,आधारसिंह राहंगडाले,राकेश गेडाम,चेतनसिंह ठाकुर, भुवनलाल ठाकुर,राजेश राहंगडाले,अनिता राहंगडाले,अनिता ठाकरे, अभय मात्रे,गजेंद्र परते सहित संस्था के वरिष्ठ शिक्षक पी.सी.गोदुडे,महानंद हरिनखेड़े, गुरुसिंह देशमुख,उषा साहू,निशा तामेश्वर, पी.सी.भलावी,ड़ी के गड़पाल,पी कटरे,एस.के.टेम्भरे,एन. आर.राणा,रविन्द्र पटले,रितेश ऐडे,संतोष कुमार ठाकुर,एन. के.मेश्राम,आनंद जायसवाल आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।
रेवांचल टाइम्स से मुकेश जायसवाल की रिपोर्ट
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