रेवांचल टाईम्स : राजगढ़ में ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षकों मनमानी चल रही है और प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं है. सरकारी शिक्षक ही अपनी जगह चंद पैसे में प्राइवेट टीचर को रखकर ड्यूटी करवा रहे हैं और सरकारी शिक्षक घर पर आराम फरमा रहे हैं. मामला राजगढ़ के बगा संकुल केंद्र विजयगड प्राथमिक विद्यालय का है. जहां दो सरकारी शिक्षक जगदीश वर्मा ओर दौलत सिंह पदस्थ है. लेकिन हकीकत यह है कि दोनों सरकारी शिक्षक अपने घर में मौज-मस्ती कर रहे हैं और प्राइवेट शिक्षकों उनकी जगह स्कूल भेज रहे हैं.
जिले के अधिकांक्ष तंवर वाड़ क्षेत्र के स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों की मनमानी आए दिन सामने आती रहती है. जहां शिक्षक अपनी ही मनमर्जी से स्कूल खोलते है और बंद करते है. क्योंकि जिम्मेदारों के ही संरक्षण में यह सब हो रहा है. क्योंकि यदि ऐसा नहीं होता तो फिर जिन्हें समय-समय पर स्कूलों के निरीक्षण की जिम्मेदारी सौंपी गई है फिर ये कैसा निरीक्षण कर रहे है. स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों की मनमानी के चलते बच्चों का भविष्य अंधकार में डूबता जा रहा.
1 महीने तक कोई शिक्षक नहीं
आपको बता दें कि जो अतिथि शिक्षक रखे गए, उनका पोर्टल पर कोई नाम तक नहीं है. जब उपस्थिति रजिस्टर में देखा तो प्रभारी जगदीश वर्मा जो कि 1 नवंबर 2021 से लगातार 26 तारीख तक स्कूल से नदारत थे. उनके रजिस्टर में कोई साइन तक नहीं थे और वहीं दौलत सिंह भी 25, 26 को अनुपस्थित थे. शिक्षको को स्कूल न जाना पड़े और तनख्वाह भी मिलती रहे. जिसके चलते बिना विभागीय जानकारी के दो प्रायवेट शिक्षकों की नियुक्तियां कर दी जिसपर विभागीय जिम्मदारों द्वारा आज तक कोई ठोस कार्यवाही देखने को नहीं मिली. इस मामले से जिला शिक्षा अधिकारी बी.एस. बिसोरिया का कहना है कि मामला संज्ञान में आया था जांच की जा रही है.
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