रेवांचल टाइम्स :- सरकार एक तरफ पारदर्शिता के लिए तरह तरह से योजनाएं संचालित कर रही है पर भृष्ट और भृष्टाचार दोनो एक दूसरे के पूरक है। बालाघाट जिले में भ्रष्टाचार का आलम दिनोंदिन बढ़ते जा रहा है जिले में भ्रष्टाचार कम नहीं होने का कारण यह है कि उच्च अधिकारियों का सहयोग ग्राम पंचायत के सरपंच सचिवों को भरपूर सहयोग मिल रहा है
बता दें कि जिले में ऐसे ग्राम पंचायत है जहां पर फर्जी मस्टर रोल भरकर सरपंच सचिव एवं रोजगार सहायकों के द्वारा मनरेगा की कार्यों में फर्जी मास्टर रोल भरकर राशि का अफरा तफरी किया जा रहा है ऐसे अनेक पंचायत है जहां पर पंच लोगों का भी मास्टर रोल में हाजिरी डालकर राशि का आहरण किया जा रहा है जिले के स्थानीय प्रशासन को भी अवगत होने के उपरांत भी उच्च अधिकारी के द्वारा जांच नहीं किया जाकर जाच योग्य कार्य की फाईल बंद किया जाता है इससे स्पष्ट साबित होता है कि बालाघाट जिले की स्थानीय प्रशासन एवं नेताओं का सरपंच सचिवों को भरपूर सहयोग मिल रहा है
कई ऐसे पंचायत है जहां पर मनरेगा के कार्यों में फर्जी बिल बनाकर शासन के राशियों का अफरा तफरी किया जा रहा है फिर भी स्थानीय प्रशासन द्वारा कोई कार्य वाही नहीं किया जा रहा है जिले में कई ऐसे पंचायत हैं जो सरपंच के पूरे परिवारों का नाम मनरेगा कार्य के मास्टर रोल में देखने को मिल रहा है जो कभी कार्य करने भी नहीं गए
क्या ऐसे में देश एवं प्रदेश विधानसभा गांव का विकास होगा यह सोचने की बात है
रेवांचल टाइम्स बालाघाट से खेमराज बनाफरे की रिपोर्ट
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