रेवांचल टाइम्स - एक तरफ देश में तीनों कृषि कानूनों को लेकर घमासान मचा हुआ है सरकारें हर हाल में किसानों के साथ खड़े होने एवं उनकी हर समस्या का त्वरित समाधान करने का दावा कर रही है, किंतु इन सभी राजनीतिक वादे एवं जुमलों के बीच किसानों की स्थिति किसी से भी नहीं छिपी है देश का किसान आज भी अपनी अनेकों समस्याओं से जूझ रहा है कहीं केवलारी क्षेत्र के टेल में आने वाले ग्राम जैसे बगलई डोकररंजी, जामुनपानी इत्यादि गांव में नेहरो का पानी नहीं पहुंच पा रहा तो कुछ इलाके जैसे देवघाट ,चिरचिरा जैसे अनेक गांव में पानी पहुंचा तो है किंतु बिजली ना होने की वजह से किसान दर-दर भटकने पर मजबूर नजर आ रहे हैं और उनकी समस्या का समाधान करने वाला कोई दिखाई नहीं पड़ता। निराश, हताश, परेशान होकर आखिरकार किसानों ने आंदोलन का रास्ता अपनाने का फैसला लिया है दिनांक 11/02/2021 को केवलारी तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम देवघाट, चिरचिरा के किसानों ने कनिष्ठ अभियंता पलारी को ज्ञापन सौंपा है जिसमें उन्होंने उल्लेख किया है कि ग्राम देवघाट एवं चिरचिरा में 01 फरवरी 2021 से अज्ञात कारणों से विद्युत विभाग द्वारा खेतों की तीन फेस लाइट पलारी चौराहा से बंद कर दी गई है जिससे किसानों के मोटर पंप नहीं चल पा रहे नतीजा किसानों की गेहूं की फसल सूखने की कगार पर है। आपको बता दें कि परेशान किसानों ने अपने ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया है कि यदि 24 घंटे के अंदर बिजली नहीं दी जाती दो सभी किसान अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे अब देखना बेहद दिलचस्प होगा कि इन परिस्थितियों में जहां पूरे देश का किसान आंदोलनरत है सिवनी जिला प्रशासन क्षेत्रीय किसानों की मांग को कितनी गंभीरता पूर्वक लेता है।
अखिल बन्देवार के साथ रेवांचल टाइम्स की एक रिपोर्ट
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