रेवांचल टाइम्स - जहां एक और प्रदेश सरकार सरकारी कामो में पारदर्शिता लाने का प्रयास कर रही है वहीं नगर पालिका नैनपुर में अधिकारी कर्मचारी और जनप्रतिनिधियों की मिली भगत से हर रोज़ घोटाले हो रहे है नगर पालिका द्वारा करोड़ो की ख़रीदी बिना टेंडर निकाले अपने मनपसन्द लोगो से ज्यादा कमीशन की लालच में की जा रही है। अधिक कमीशन की लालच में न विपक्ष कुछ बोल रहा है न सत्ताधीश।ताज़ा मामले चाहे डेकोरेटिव पोल की खरीदी का हो या पुताई का नगर पालिका द्वारा 6 लाख रुपया की पुताई का काम 1-1 लाख रुपया के लिफाफे खोल कर बाहर के पेंटर को दे दिया गया क्या नैनपुर में कोई पेंटर नहीं था यही काम अगर नैनपुर के पेंटर को मिलता तो स्थानीय लोगो को रोजगार मिलता मगर अधिक कमीशन के लालच में जनप्रतिनिधि अधिकारी कर्मचारियों ने बाहर के लोगों को ठेका देना सही समझा जिससे बाहर के लोगों के द्वारा गुणवत्ताहीन काम किया जा रहा है नगर पालिका भवन में एसीपी का कार्य बिना किसी टेंडर के बिना किसी कोटेशन के बाहर के लोगो को दे दिया गया विद्युत पोल लगा रही कंपनी के द्वारा चाहे खंभों की कॉन्क्रीटिंग हो या फिर केबल डालने का काम हो बिल्कुल ही निम्न स्तर का किया जा रहा है नगर पालिका द्वारा ट्रेन्चिंग ग्राउंड का काम स्थानीय लोगो की कोटेशन को नज़र अंदाज़ करते हुए बाहर के लोगो को दे दिया गया जिससे स्थानीय लोगो का रोजगार छिन रहा है मुख्य मार्ग में लगाए गए पेवर ब्लॉक नगर पालिका के इंजीनियर ठेकेदार और कमीशन खोरो की मिलीभगत की भेंट चढ़ चुका है
पार्षद भी दबे स्वर में कर रहे विरोध
नगर पालिका परिषद में बहुत से पार्षद ऐसे भी हैं जो नगर पालिका के कार्यों का विरोध कर रहे हैं लेकिन संगठनात्मक दबाव के कारण सामने आकर कुछ बोल नहीं पा रहे है।
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