रेवांचल टाइम्स- जिले के सिविल अस्पताल मैं जात के नाम पर खानापूर्ति एवं रिकॉर्ड मैनेजमेंट कर मरीजों का इलाज ना करती हुई अपने व्यक्तिगत कमरे में इलाज करने का सलाह दिया जाता है बता दें कि दिनांक ०१/०१/२१ वाहय रोगी क्रमांक ५८ को रिकॉर्ड में पंजीबद्ध कर लिया गया किंतु लांजी सिविल अस्पताल में जांच करवाने संबंधित नेत्र विशेषज्ञ टी एल कटरे द्वारा बोला गया गया की अभी चश्मा उपलब्ध नहीं है आपको अगर चश्मा बनवाना है तो लांजी हाऊबाग के बाजू में मेरा कमरा है वहां पर तुम्हारे लिए चश्मा तैयार रखूंगा उसके लिए रुपए अलग से देना पड़ेगा वह चश्मा निशुल्क नहीं है
इससे स्पष्ट जाहिर होता है कि संबंधित अधिकारी के द्वारा शासन की संपत्ति का निजी स्वार्थ साध कर पैसा कमाया जा रहा है
जबकि जिस दिन मरीज अपनी जांच करवाने गया था उस समय संबंधित कर्मचारी के रूम एवं काउंटर के बाजू में ढेर सारे चश्मे रखे थे किंतु अधिकारी द्वारा अधिक पैसा कमाने के लालच से मरीज को अपने रूम का पता बताया गया किंतु मरीज गरीब होने के कारण संबंधित कर्मचारी के झांसे में नहीं आया
रेवांचल टाइम्स बालाघाट से खेमराज बनाफरे की रिपोर्ट
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