रेवांचल टाइम्स छिंदवाड़ा । ‘एड्स पर बात करने में शर्म कैसी पापा, इस पर तो खुलकर बात होनी चाहिए, जब तक जानकारी नहीं होगी इससे बचाव कैसे करेंगे।’ ये संवाद है उस नुक्कड़ नाटक का जो विश्व एड्स दिवस के अवसर पर नाट्यगंगा द्वारा मंचित किया गया। विश्व एड्स दिवस के अवसर पर नाट्य गंगा ने पंचशील कॉलोनी में नुक्कड़ नाटक ‘जानकारी ही बचाव है’ का मंचन किया। इस नाटक के माध्यम से यह प्रदर्शित किया गया कि एड्स एक ऐसी बीमारी है जिसकी जानकारी हर व्यक्ति को होना चाहिए। विशेष रूप से युवाओं को इसकी पूरी जानकारी होना चाहिए और घर में माता पिता को अपने बच्चों को बगैर किसी झिझक के इसकी जानकारी देना चाहिए। युवाओं को यह समझाया जाना चाहिए कि संक्रमित खून चढ़ाने से, असुरक्षित यौन संबंध बनाने से, संक्रमित मॉं से उसके बच्चे को या किसी भी तरह से संक्रमित रक्त से ही एड्स फैलता है। नाटक में बताया गया कि एड्स छूने से नहीं फैलता है इसलिए एड्स से पीडि़त व्यक्ति से अछूत की तरह व्यवहार नहीं करना चाहिए। बल्कि उसकी देखभाल करना चाहिए और उसका हौसला बढ़ाना चाहिए। जब किसी व्यक्ति को यह पता चलता है कि उसे एड्स है तो वैसे ही वह अंदर से टूट जाता है तो हमें उसका आत्मविश्वास बढ़ाना चाहिए। क्योंकि एड्स एक लाइलाज बीमारी है पर संयमित दिनचर्या का पालन करके पीडि़त व्यक्ति कई वर्षां तक जीवित रह सकता है। इस नाटक का निर्देशन दानिश अली ने किया। इस नाटक में सचिन वर्मा, नीता वर्मा, दानिश अली, प्रहलाद उइके, चैतन्य आठले, फैजल कुरैशी, स्वाति चौरसिया, निकेतन मिश्रा, नीरज सैनी, हेमंत नांदेकर, अर्पणा पाटकर, अमन खान ने अभिनय किया। नाटक को बाल नाट्य कार्यशाला के सभी बच्चों ने देखा एवं एड्स के विषय में जानकारी प्राप्त की।
Tuesday, December 1, 2020

एड्स दिवस पर किया नुक्कड़ नाटक
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Revanchal Times Weekly News Paper
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