रेवांचल टाइम्स - आदिवासी बाहुल्य डिंडोरी जिला मुख्यालय के अंतर्गत आने वाली शाहपुर ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार की बाढ़ सी आई हुई है शाहपुर मैं सरपंच एवं सचिव दोनों की मिलीभगत से शासन की राशि का भरपूर दुरुपयोग किया किया गया है एक और जहां देखा जा रहा है कि ग्राम के लोगों को रोजगार के लिए तरसना पड़ता है और बाहर जिलों में पलायन करना पड़ता है और वही सरपंच सचिव की मनमानी के चलते शासन की राशि का बड़े आसान तरीके से फर्जी बिल लगाकर या मस्टर रोल में फर्जी हाजिरी भर कर बड़ी आसानी से फर्जी भुगतान कर लिया जाता है और हमारे जिले के ग्रामीणों को रोजगार नहीं मिल पाता और रोजगार से वंचित रहते हैं जिसके कारण हमारे जिले के लोगों को बाहर जिले में जाकर मजदूरी करना पड़ता है क्योंकि हमारे जिले में ग्राम पंचायत में मजदूरी करते हैं तो या तो भुगतान नहीं मिलता या तो सरपंच सचिव द्वारा इन गरीब व्यक्तियों का पैसा डकार लिया जाता है ऐसा ही कुछ मामला शाहपुर ग्राम पंचायत का प्रकाश में आया है जहां पर जानकारी के मुताबिक शाहपुर के पंचों का कहना है कि सरपंच के द्वारा अपने पूरे परिवार के नाम से फर्जी हस्तलिखित मास्टर रोल तैयार करके राशि का आहरण कर लिया गया है सन 2016 में सरपंच के द्वारा अपनी बेटियों के नाम से कई हजारों रुपए की मजदूरी के नाम से निकासी की गई है अपनी सास माता भाभी देवरानी पति इत्यादि के नाम से लगभग लाखों रुपए की निकासी की है। जबकि पंचों का कहना है कि जिस समय राशि की निकासी की गई है उस दौरान उनकी बेटियां स्कूल में रेगुलर पढ़ाई कर रही थी यह सारी जानकारी सूचना के अधिकार अधिनियम से प्राप्त की गई है बड़ी मशक्कत के बाद और भी ना जाने इस ग्राम पंचायत से जानकारी मिलने पर ना जाने कितने भ्रष्टाचार इस पंचायत से खुल सकते हैं रेवांचल टाइम्स द्वारा लगातार खबरें प्रकाशित करने के बावजूद भी जिले के अधिकारी जनपद के अधिकारी द्वारा कार्यवाही नहीं करना एक सवालिया यह निशाना खड़ा करता है
रेवांचल टाइम्स से प्रमोद पड़वार की खास रिपोर्ट सच के साथ
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