रेवांचल टाइम्स - जिले में रेत माफियाओं का बहुत बड़ा सक्रिय दल है जिनके द्वारा जिले के अनेक स्थानों से प्रचुर मात्रा में बेखौफ होकर रेत की चोरी कर अवैध भंडारण परिवहन एवं विक्री की जा रही है खनिज विभाग रेत खदानों पर पहुंच कर अनेक वाहनों पर कार्यवाही भी की गई है जो पर्याप्त नहीं है सिर्फ औपचारिकता निभाई गई है क्योंकि रेत माफियाओं को पूर्व से ही जानकारी लग जाती है कि खनिज अधिकारी किस मार्ग से किस खदान में पहुंच रहे हैं तब तक तब तक रेत माफियाओं के द्वारा अपने वाहनों को खदानों से वाहन निकाल लेते हैं जहां सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टर रेत भर रहे होते हैं वहां से 1-2 वाहनों को ही पकड़ पाते हैं इसी तरह मार्ग में बगैर रॉयल्टी परिवहन करते हुए भी अनेक वाहनों पर कार्यवाही की गई है जो न के बराबर है इसके बाद भी रेत चोरी पर पूर्णत: प्रतिबंध नहीं लग पाया और रेत माफिया खुलेआम बेधड़क रेत का परिवहन करते नजर आ रहे हैं आज भी अनेक स्थानों पर जगह जगह भारी मात्रा में रेत माफियाओं के द्वारा रेत का भंडारण करके रखा गया है खनिज अधिकारियों को भी इसकी जानकारी है लेकिन खनिज विभाग के द्वारा अवैध रेत के भंडारण को जब्ती बनाकर अपने कब्जे में नहीं लिया गया हजारों घन मीटर रेत लावारिस की तरह अनेक स्थानों पर रखी है रेत माफिया धीरे धीरे भंडारण से अब रेत बिक्री कर रहे हैं
आखिर क्या वजह है की अवैध रेत के भंडारण को खनिज विभाग अपने कब्जे में नहीं ले रहा है?
वही ग्रामीणों का कहना है कि खनिज विभाग रेत माफिया माफियाओ को अप्रत्यक्ष रूप से लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से ही अवैध भंडारण को अपने कब्जे में नहीं ले रहा है अगर विभाग चाहता तो अवैध रेत के भंडारण की नीलामी कर रॉयल्टी जारी कर सकता था जिससे शासन को राजस्व भी मिल जाता और रेत माफिया को नुकसान भी होता परंतु विभाग के द्वारा ऐसा नहीं किया गया जिसका भरपूर लाभ रेत माफिया के द्वारा उठाया जा रहा है नेवरगांव ,भपसा , पेटेगांव, बम्हनी ,सिलगी, ठरका ,टिकरवारा ,हृदय नगर, टिकरी, बरबसपुर ,बढ़िया, मौहगांव, घुघरी, मवई, जैसे अनेक स्थानों पर रेत के भंडारण देखने को मिल रहे हैं या यूं कहें कि जिले की तीनों विधानसभाओं में रेत के अवैध भंडारण देखने को मिल जाएंगे इन स्थानों पर खनिज विभाग के द्वारा भ्रमण भी अनेक बार किया गया है परंतु अवैध भंडारण पर कोई कार्यवाही नहीं की गई पर क्यो क्या वजय है ।
खनिज विभाग औऱ रेत माफ़िया मिलकर खेल रहे हैं रेत का खेल आम जनता बनी मुख दर्शक
रेत के इस अवैध कारोबार को देखते हुए ऐसा लग रहा है जैसे सभी संबंधित विभाग और रेत माफियाओं के द्वारा मिलकर रेत का खेल खेला जा रहा है और आम जनता मूक दर्शक बने इस खेल को देख रही है अवैध रेत खनन परिवहन एवं भंडारण तक सिर्फ खनिज विभाग जिम्मेदार नहीं है संबंधित स्थान जहां से रेत चोरी हो रही है वहां के पंच सरपंच सचिव हल्का पटवारी भी प्रमुख रूप से जिम्मेदार है अगर अवैध रेत खनन परिवहन एवं भंडारण किसी क्षेत्र में हो रहा हो तो सरपंच सचिव तुरंत प्रतिबंध क्यों नहीं लगाए क्या इनकी जिम्मेदारी नहीं है यह विचारनीय है इनके द्वारा तत्काल इसकी सूचना संबंधित विभाग को क्यों नहीं दी गई अगर इनके द्वारा सूचना दी गई है तो क्यों संबंधित विभाग के द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुए प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया गया ऐसे अनेक सवाल हैं जिनका जवाब मिलना मुश्किल है क्योंकि सब एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराते हुए अपना पल्ला झाड़ रहे हैं सच तो यह है कि हर कोई अपनी जिम्मेदारी से बचना चाहता है इस संबंध में
वही विधायक डॉक्टर अशोक मर्सकोले का कहना है कि भंडारण पर खनिज विभाग को तत्काल कार्यवाही करना चाहिए और जब्ती बनाकर राजस्व की वसूली करना चाहिए इस संबंध में मेरे द्वारा संबंधित विभाग को अवैध रेत माफियो पर कार्यवाही करने को लिए पत्र लिखा है
वही खनिज अधिकारी का कहना है कि इतने बड़े क्षेत्र में जगह जगह अवैध भंडारण हो चुका है जिसकी कार्यवाही विभाग द्वारा लगातार की जा रही है।
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