रेवांचल टाईम्स - मंडला आगामी विधानसभा चुनाव 2023 में टिकिट की आस लगाए हुए कार्यकताओं की आस टूटने के बाद शुरू हुआ स्तीफा का दौर साथ ही रूठने मनाने का दौर इसी क्रम में मंडला विधानसभा से विधायक रहे पूर्व शिवराज शाह आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए महीनों से आस लागये हुए थे कि उन्हें भाजपा पार्टी टिकिट देकर उन्हें मैदान में उतारेगी पहले उन्हें विधानसभा भुआ बिछिया से टिकिट मिलने की आस थी पर नही मिली फिर उन्हें लगा कि पार्टी उन्हें पुनः मंडला विधानसभा में टिकिट देकर मैदान में उतारेगी पर बीते दिन टिकिट इन्हें न मिलते हुए पूर्व राज्य सभा सांसद सम्पतिया उइके को मंडला विधानसभा से टिकिट देकर उन्हें मैदान में उतार दिया है। टिकिट न मिलने को लेकर शिवराज शाह दिनांक 23/10/2023 को पार्टी कार्यालय पहुँच कर अपना स्तीफा दे दिया।
वही शिवराज शाह ने अपने स्तीफा में लिखा है कि 2018 से लगातार में बिछिया विधानसभा में कांग्रेस के खिलाफ 15 महीने आंदोलन चलाया और कोरोना काल में लोगो के बीच रहकर लोगों की सेवा की और मेरे कारण मेरे छोटे बच्चों को भी कोरोना हुआ। इसक बावजूद बिछिया में दूसरे को टिकिट दिया गया और मुझसे प्रदेश अध्यक्ष जी के द्वारा कहा गया कि हम आपको दूसरी जगह विचार किये हैं। मैं उसके बाद लगातार मण्डला विधानसभा में जनसंपर्क करता रहा और यहां से ऐसी महिला को टिकिट दी गयी है जो हमेशा विवादों में घिरी रही है, जब कांग्रेस की सरपंच थी इनके ऊपर गंभीर आरोप लगे थे तब भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली थी। यह कभी भी सरस्वती शिशु मंदिर की आचार्य नहीं रही है इनके गृहग्राम में जब सरस्वती शिशु मंदिर का आरंभ किया गया उस समय में ग्राम भारती का अध्यक्ष था। मेरे समय में स्कूल प्रारंभ किया गया है, इनक पृष्ठभूमि कांग्रेस की रही है. ऐसे महिला को लगातार भारतीय जनता पार्टी के द्वारा प्रोत्साहित करना और बुरे वक्त में भारतीय जनत पार्टी के कार्यकर्ताओं को अब हतोउत्साहित करना यह उचित नहीं है। मैं तरूण स्वयंसेवक से स्वयंसेवक संघ का कार्यकर्ता रहा हूं। इसके बाद मैं भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता बना ओर लगातार भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में कार्य कर रहा हूँ, अब मुझे लगने लगा है कि मेरे जैसे कार्यकर्ता की जरूरत भारतीय जनत पार्टी को नहीं है, इसलिए प्राथमिक सदस्य से इस्तीफा दे रहा हूं।
उन्होंने स्तीफा देकर कार्यालय को नमन करते हुए विदाई ली।
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