रेवांचल टाईम्स - मंडला, आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला सबसे पुराना जिला वावजूद इसके इस जिले में वनांचल और दुरस्त ग्रामीण अँचलों में अनेकों विधायक सांसद और सरपंच आये गए पर नही आई तो ग्रामीण अंचलों में निवास करने वाले आदिवासियों के लिए सुविधाएं हर वर्ष सरकारी योजनाएं आई और कुछ योजनाएं का शिलान्यास भी हुआ पर अब तो पत्थर में लिखे हुए नाम भी मिटने लगे है पर ये ग्रामीण वैसे के वैसे ही अपना जीवन व्यतीत कर रहे है। भारत देश आज अमृत महोत्सव आजादी के 76 वे वर्ष मना रहा है और अब तो चांद तक मे बस्ती बसाने की तैयारी कर रहा है पर मध्यप्रदेश के बैगा आदिवासियों जिलों की दुर्दशा आज भी आजादी के पहले जैसे ही नजर आ रही न इनकी कोई सुनने वाला है न ही कोई देखने वाला है पर अब धीरे धीरे इनमें भी जागरूकता आ रही है और अब ये समझने लगे है कि विधायक सांसद और सरपंच की कार्यप्रणाली क्या है और जो सरकार से सरकारी योजनाएं इन्हें मिलने वाली है आखिर वो कहा है पर अब इन्होंने आगामी होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रत्याशीयो को सबक सीखने का मन बना चुके है इनके द्वारा मुलभूत सुविधाओं की माँग करने अनेकों बार इन विधायक सांसद और जिला प्रशासन को आवेदन प्रतिवेदन के साथ साथ निवेदन किया पर कोई सुना ही नही अब इनका कहना है कि हमारे मांगे पूरी नहीं तो वोट नहीं
और देश प्रदेश कैसा 21वीं सदी की ओर अग्रसर हुआ है जहा ना सड़क और ना ही पुलिया न बिजली पानी मिल पा रहा है आज भी वनांचल और ग्रामीण अंचलों में बिना मुलभूत सुविधाएं के जी रहे है पर अब नही हम सभी ग्रामीण आगामी विधानसभा में काम नहीं तो वोट नहीं करेंगे चुनाव का बहिष्कार करेंगे ग्रामीण जन और जनप्रतिनिधि
मंडला जिले की विधानसभा भुआ बिछिया के विकासखंड भुआ बिछिया, मवई और घुघुरी इन विकास खण्डो में निवासरत ग्रामीण अंचलों बहुत से ग्राम ऐसे है जहाँ पर आज तक आजादी के बाद भी कोई परिवर्तन नही हुआ है।
वही कांग्रेस विधायक के स्थानीय ग्राम पंचायतों के 84 गाँव कहे जाने वाले ग्राम सिंगनपुरी, बम्हनी, देवहारा के लगभग 15000 मतदाता इन ग्राम पंचायतों में कुछ ऐसे गांव हैं जहां पर आज भी सड़क, बिजली, पानी, पुलिया और स्वास्थ्य व्यवस्था अभी तक नहीं बन पाई है कुछ ऐसे गांव हैं जहां पर पुलिया नहीं होने के कारण स्कूली छात्र छात्राएं बरसात के दिनों में स्कूल जाना बंद कर देते हैं रुड़की सुविधा नहीं होने के कारण एंबुलेंस की सुविधा नहीं पहुंच पाते मार हो जाने पर लोगों को लकड़ी के सारे कंधों पर बैठा कर अस्पताल पहुंचाते हैं या उपचार में देरी होने पर मौत के मुंह में समा जाते हैं ग्रामीण जनों के द्वारा कई बार जिला कार्यालय जनपद कार्यालय एसडीएम कार्यालय क्षेत्र के जनप्रतिनिधि विधायक सांसद को मौखिक लिखित आवेदन दे चुके हैं परंतु अभी तक समस्या जस की तस है भले ही नेता मंचों पर बड़ी-बड़ी झूठे वादे आश्वासन देकर चले जाते हैं चुनाव जीतकर 5 साल तक मुड़कर नहीं देखते है।
वही मंडला जिले के विकास खण्डो के बहुत से गाँव ऐसे है जहाँ पर बारिश के समय उनका संपर्क मुख्य मार्गो से टूट जाता है महिला पुरुष बच्चों को बहुत परेशनियों का सामना करना पड़ता है और बीमारियों के चलते समय मे ईलाज न मिल पाने के चलते बहुत से लोग असमय काल के गाल में समा चुके है। पर अब इस बार होने वाले विधानसभा चुनाव में समस्त क्षेत्रवासी चुनाव में शामिल नहीं होंगे इसकी सूचना जनपद या अनुविभागीय अधिकारी एवं निर्वाचन कार्यालय कार्यालय मंडला को सूचना दे चुके हैं।
इनका कहना है कि...
मवई और घुघरी विकास खण्ड के ऐसे बहुत से गाँव आज भी विकास से कोषों दूर है न बिजली न पानी और न ही सड़क नदी नालों में पुल पुलिया नही है और हमारे पास विधायक सांसद केवल चुनाव के समय आते है और अस्वशन देकर जाते की अबकी बार आपको सब सुविधाएं दिला दी जायेगी और कुछ गाँव ऐसे भी है जहां पर कार्यो के शिलान्यास हुए है पर काम आज तक चालू नही हो सका देश आज अमृत महोत्सव मना रहा है और इस आदिवासी जिले के ग्राम में क्या विकास हुआ कोई आकर तक देखना पसंद नही करता हैं हम सभी ग्रामीण मुख्यालय जा जा कर लिखित आवेदन दे चुके है और विधायक को अनेकों बार बता चुके है और उनके कानों में जू तक नही रेंग रही है पर हम इस बार का चुनाव बहिष्कार करने का मन बना लिए पहले काम फिर करेगे मतदान।
संत कुमार मार्को
ग्रामीण देवहारा घुघरी
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