दैनिक रेवांचल टाइम्स सिवनी - कलेक्ट्रेट परिसर एक ऐसी जगह जहां शहर की लगभग सभी अधिकारी कर्मचारी नेताओं विभिन्न गांव से अन्य शहरों से भी लोग पहुंचते हैं सप्ताह में 5 दिन तो मानो यहां मेला ही लगा रहता है लेकिन इतने व्यस्त कलेक्ट्रेट परिसर में पुरातात्विक संग्रहालय के सामने वह रजिस्टार ऑफिस के पीछे बने सार्वजनिक शौचालय की हालत देखने वाला कोई नहीं है सार्वजनिक शौचालय के बाजू में खुला पेशाब घर बना है जिसमें पेशाब के बहाने की कोई जगह ही नहीं बनाई गई है वह वापस बहके जिस रास्ते से व्यक्ति को पेशाब घर के अंदर जाना है वही फैल जाता है अब जब गंदगी को रोड में ही सैलाना है तो लाखों रुपए खर्च कर शौचालय बनाने की क्या आवश्यकता थी इस पेशाब घर को देखकर लोग चर्चा करते हैं कि इससे तो अच्छा था हम खुले में ही चले जाते।
शौचालय में पानी का अभाव हमेशा बना रहता है सींक लगी है लेकिन सींक से पानी नहीं आता।
शराब की बोतलों से भरे पड़े पेशाब घर नगर पालिका द्वारा सफाई के आभाव में दूर से ही बदबू आने लगती है।
वैसे यह हाल एक पेशाब घर का नहीं हॉस्पिटल परिसर से लगे पेट्रोल पंप के आगे वाले पेशाब घर की स्थिति इससे भी दयनीय है कुछ पेशाब घर शौचालय बन के तैयार हैं लेकिन ना जाने क्यों किसके द्वारा उद्घाटन होने का इंतजार कर रहे हैं समझ नहीं आता कैसे नगर पालिका सिवनी देश प्रदेश में स्वच्छता में नाम कमा पाएगी।
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