दैनिक रेवांचल टाइम्स - मंडला जिले के अतिथि शिक्षकों ने मंगलवार 19 सितंबर को कलेक्ट्रेट और सहायक आयुक्त कार्यालय पहुंचकर वर्षों से हावी ज्वलंत समस्याओं के तत्काल समाधान के लिए ज्ञापन सौंपा है।
जारी विज्ञप्ति में अतिथि शिक्षक समन्वय समिति प्रदेश संस्थापक पी.डी. खैरवार ने मुख्यमंत्री के नाम लिखे ज्ञापन में 2 सितंबर को अतिथि शिक्षक पंचायत में अतिथि शिक्षक हितैषी की गई घोषणाओं को तत्काल अमल करते हुए अतिथि शिक्षकों को नियमित रोजगार दिये जाने से संबंधित कार्यवाहियां आगे बढ़ाई जाएं। आपने ज्ञापन के माध्यम से मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित करना चाहा है, कि अतिथि शिक्षक पंचायत के 17 दिन बीत जाने के बाद भी अतिथि शिक्षकों को कोई फायदा मिलते दिखाई नहीं दे रहा है। बल्कि शासन के तमाम आदेशों के चलते अतिथि शिक्षकों को काम से बाहर किए जाने का सिलसिला बेरोकटोक जारी है। इसी तरह सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग मंडला के नाम सौपे गये ज्ञापन में मांग की गई है, कि वर्षों से काम करते आ रहे अतिथि शिक्षकों को अनावश्यक और अवैधानिक रूप से बाहर किए जाते हुए संस्था प्रधान या सत्ता पक्ष के लोग अपने रिश्तेदारों को अतिथि शिक्षक के रूप में भरती कराने का जबरदस्त प्रयास कर रहे हैं। इस पर मांग की गई है,कि काम से बाहर हो चुके अतिथि शिक्षकों को आवश्यकता अनुसार काम पर बुलाया जाए। काम से लगे अतिथि शिक्षकों को काम से बाहर न किया जाए। इस तरह की गई मांगों पर जल्द विचार नहीं किया जाता है, तो अतिथि शिक्षक बहुत जल्दी सरकार की इन गतिविधियों के विरोध में सड़कों पर उतरने मजबूर हो जाएंगे।
ज्ञापन कार्यक्रम में मुख्य रूप से दादन बर्मन,संजू झरिया, भागवत उईके,माहेश्वरी झरिया,महेंद्र सोनी,कल्लू वाकले, बृजेश झरिया,शालिकराम मरावी,गायत्री,गायत्री भवेदी, हेमंत साहू,हेमराज मसराम,सरिता देवी पाटिल शामिल रहे।
No comments:
Post a Comment