रेवांचल टाईम्स - मंडला आदिवासी बाहुल्य जिला यूं तो अपने शांत वातावरण के लिए जाना और पहचाना जाता है पर अब बड़े शहरों की तर्ज में अपराध होने धीरे धीरे शुरू हो रहे है जिससे यह प्रतीत होता है और जिले में लचर कानून व्यवस्था कही न कही जिम्मेदार है जो अपराधी अपराध करने के पहले जरा भी कतरा नही रहे है और ऐसा ही चलता रहा तो वो दिन दूर नही मंडला जिला शांति के लिए जाना पहचाना जाता था वह भी श्रेणी में गिना जायेगा।
वही जिले में छोटी मोटी घटना अपराध होना आम बात थी पर गोली चलाने जैसे वारदात बड़े अपराधों को जन्म देता है वही दिनांक 07 अगस्त दिन जमाष्टमी को बम्हनी बंजर थाना के अंतर्गत आने वाले गांव कतामाल में उस समय अफरा तफरी मच गई जब एक युवक ने अपने ही सगे चाचा पर गोलियों से हमला कर दिया गोली लगते ही घायल जमीन पर गिर पड़ा मामला पुरानी रंजिश को लेकर बतलाया जा रहा हे तो वही कुछ एक व्यक्ति बतला रहे हैं की जमीनी विवाद को लेकर के आरोपी युवक ने अपने ही सगे चाचा पर गोलियां चलाई परंतु जब हमारी रेवांचल की टीम ने सर्च किया तो पता लगा कि पूरा मामला आपसी और पुरानी रंजिश को लेकर के युवक ने अपने सगे चाचा को जान से मरने की नियत से गोलियां दागी थी।।
क्या हे पूरा मामला:- विगत वर्ष आरोपी ने अपने ही सगे चाचा की लड़की जो रिश्ते में बहन लगती है (मीना) बदला हुआ नाम जो उम्र में नाबालिक है जिसके प्रति बुरी नियत रखता था जिसको लेकर के विगत वर्ष में नाबालिक लड़की के परिजनों ने बम्हनी थाने में मामला दर्ज करवाया था जिसमें पास्को एक्ट के तहत बम्हनी थाने में आरोपी युवक के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था,और उक्त मामला न्यायालय में विचाराधीन था जिस बात को लेकर के आरोपी युवक बहुत ही जायदा परेशान रहता था और इसी बात को लेकर के आरोपी युवक शैलेंद्र आए दिन पीड़ित परिवार वालों से लड़ाई झगड़ा करता रहता था और मन मुटाव रखता था कभी कभी मामले को वापिस लेने को भी आरोपी युवक पीड़ित लड़की और परिजनों पर दबाव बनाने का प्रयास करता था। शैलेंद्र पटेल इसी बात को लेकर के दुर्गा प्रसाद पटेल जो पीड़ित परिवार है उससे झगड़ा करने लगा की तुमने मेरे खिलाफ झूठी रिपोर्ट दर्ज करवाई हे जिससे की मेरी जिंदगी खराब हो गई। जिस बात को लेकर के दुर्गा प्रसाद और शैलेंद्र के बीच कहा सुनी अत्यधिक बड़ गई और और शैलेंद्र ने अपने जेब से बंदूक निकाल कर अपने सगे चाचा के ऊपर जान से मारने की नियति से फायरिंग करते हुए बोला की अब तुम्हें जीने का कोई अधिकार नहीं है तुमने मेरी जिंदगी खराब कर दी फायरिंग के चलते ही दुर्गा प्रसाद के पेट में गोली जा लगी जिससे पीड़ित दुर्गा प्रसाद तुरंत ही जमीन में गिर पड़ा जिसकी आवाज सुनते ही आस पास पड़ोस के लोग दौड़ पड़े और फोन के माध्यम से पुलिस तक जानकारी दी गई जिसकी सूचना मिलते पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और पीड़ित को बम्हनी सामुदायिक अस्पताल ले जाया गया जहां से पीड़ित व्यक्ति को मंडला जिला अस्पताल के लिए रिफर कर दिया गया और बाद में मंडला अस्पताल में पीड़ित की चोट को देखते हुए जबलपुर मेडिकल अस्पताल के लिए रिफर कर दिया जहां पर पीड़ित मेडिकल जबलपुर अस्पताल में इलाजरत हे,वही फरार आरोपी की पता साजी करते हुए पुलिस अधीक्षक मंडला के निर्देशन पर थाना प्रभारी विजय सिंह ठाकुर ने टीम गठित कर आरोपी शैलेंद्र पटेल को करीब 5 किलोमीटर तक पैदल दौड़ते ही पीछा कर पकड़ा गया और कुछ ही घंटों में आरोपी को मय पिस्टल के गिरफ्तार कर थाने लाया गया जहां पर आरोपी शैलेंद्र पटेल पिता रामकुमार पटेल उम्र 32 वर्ष निवासी कातामाल का कृत्य साशय हत्या करने के उद्देश्य से पिस्टल से गोली चलाएं जाने पर अपराध क्र. 437/2023 धारा 307 भा.दा.वि.का घटित करना पाये जाने पर अपराध पंजीबद्ध कर मामले को विवेचना में लिया गया।इस दौरान विवचना तत्परता से आरोपी को गिरफ्तार किया गया जिसमें आरोपी ने अपना जुर्म स्वीकार किया, जिस पर आरोपी को माननीय न्यायलय में पेश किया गया।।
इनकी रही महत्त्व पूर्ण भूमिका:-
निरी.विजय सिंह ठाकुर, उप निरी. खुश्बू बिसेन, उप निरी. पंकज विश्वकर्मा(चौकी प्रभारी अंजनिया) सहा. उप निरी. बलदाऊ पटेल, सहा. उप निरी. मुकेश चौरसिया, प्र.आ.सचिन यादव, इंद्र राजपूत, जितेंद्र मर्सकोले, आ. सुनील सरयाम, उमराव सिंह, यमुना प्रसाद सनोडीया, कुनाल, आरक्षक सुनील सिंह की विशेष भूमिका रही।
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