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Wednesday, July 12, 2023

अगर आपका बच्चा भी देखता है 3 घंटे से ज्यादा टीवी या मोबाइल तो हो सकती हैं ये गंभीर समस्याएं, रिसर्च में हुए खुलासे



टेक्नोलॉजी के इस दौर में बच्चे भी गैजेट फ्रेंडली हो गए हैं। बच्चे मोबाइल, टीवी और लैपटॉप जैसे गैजेट्स के आदि हो गए हैं। लेकिन कई रिसर्च में यह बात साबित हो चुकी है कि मोबाइल, लैपटॉप जैसे गैजेट्स ज्यादा देर तक इस्तेमाल करने से मानसिक और शारीरिक सेहत को बहुत नुकसान होता है। आजकल टीवी भी हर घर में मौजूद हैं। बच्चे दिनभर टीवी या मोबाइल से चिपके रहते हैं। अगर आपका बच्चा काफी ज्यादा मोबाइल, टेलीविजन या फिर क्ंप्यूटर की स्क्रीन से चिपका रहता है तो सतर्क हो जाएं क्योंकि इससे उसकी सेहत को गंभीर नुकसान हो सकते हैं। एक रिसर्च में इस बारे में कई अहम खुलासे हुए हैं।

तीन घंटे से ज्यादा टीवी देखने से होते है ये नुकसानदाक
अमरीका के कैलिफोर्निया स्थित मेमोरियल केयर ऑरेंज कोस्ट मेडिकल सेंटर के शोधकर्ताओं के अनुसार, अगर कोई बच्चा दिनभर में तीन घंटे से ज्यादा स्क्रीन से चिपका रहता है तो उसकी आंखों पर तो असर होता ही है। इसके साथ ही बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य, सीखने-समझने, चीजें याद रखने व रिश्ते निभाने के लिहाज से ये उसके लिए सही नहीं है। वहीं जो लोग पांच से सात घंटे स्क्रीन के सामने काम करते रहते हैं। उनमें भी बेचैनी, उदासी जैसी चीजें काफी बढ़ जाती हैं। इसलिए इसका इस्तेमाल कम से कम करने की सलाह दी गई है।

मोटापे का खतरा
स्टडी के मुख्य शोधकर्ता डॉक्टर जीना पोजनर के अनुसार, अगर बच्चे स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताते हैं तो उनमें मोटापा बढ़ने का खतरा बना रहता है। उन्होंने मेयो क्लीनिक के उस अध्ययन का हवाला दिया, जिसमें स्क्रीन का इस्तेमाल हर दो घंटे बढ़ने पर मोटापे की आशंका में 23 फीसदी इजाफा होने की बात सामने आई थी।

नींद पर बुरा असर
डॉक्टर पोजनर का कहना है कि स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी स्लीप हार्मोन मेलाटोनिन का उत्पादन बाधित करती है। इसकी वजह से बच्चों को नींद आने में काफी दिक्कतें होती हैं। साथ ही जब बच्चे सुबह उठते हैं तो वो उठने पर खुद को तरोताजा महसूस नहीं करते हैं, क्योंकि वो अधूरी नींद ले पाते हैं और इसका सीधा बुरा असर उनकी तार्किक क्षमता और याददाश्त पर पड़ता है। पोजनर के मुताबिक, सोने से दो घंटे पहले तक बच्चों को स्क्रीन का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह है।

हो सकती हैं ये शारीरिक परेशानियां
2018 में प्रकाशित एक ब्रिटिश अध्ययन का जिक्र करते हुए डॉक्टर पोजनर ने बताया कि जो बच्चे घंटों तक स्क्रीन के सामने बैठे रहते हैं, उनमें पीठ दर्द, कमर दर्द, सिर दर्द जैसी कई दिक्कतें हो सकती है। जब बच्चे स्क्रीन देखते हैं तो वो अपना सिर झुका लेते हैं और इसकी वजह से उनकी रीढ़ की हड्डी पर अतिरिक्त भार पड़ता है, जिसके कारण बच्चों को ये सब दिक्कतें होती हैं। इसलिए हमें कोशिश करनी चाहिए कि बच्चों को स्क्रीन का इस्तेमाल कम से कम करने दें।

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