कार्यवाही के बाद भी नहीं सुधरे रहे डीपीसी बीपी ठाकुर एवं एपीसी सुनीता मरावी .वार्डनों ने शिक्षा समिति अध्यक्ष को कलेक्टर के नाम सौंपा ज्ञापन परेशान करने का लगाया गंभीर आरोप.... - revanchal times new

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Sunday, March 5, 2023

कार्यवाही के बाद भी नहीं सुधरे रहे डीपीसी बीपी ठाकुर एवं एपीसी सुनीता मरावी .वार्डनों ने शिक्षा समिति अध्यक्ष को कलेक्टर के नाम सौंपा ज्ञापन परेशान करने का लगाया गंभीर आरोप....

 



रेवांचल टाईम्स - आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला के जिला सर्व शिक्षा अभियान के तत्कालीन परियोजना समन्वयक बी पी ठाकुर के नए नए कारनामे सामने आ रहे है और अभी भी आरोप प्रत्यारोप दौर जिला शिक्षा केन्द्र में चल रहा है।

        वही गत दिवस पहले जिला शिक्षा केंद्र में पदस्थ बीपी ठाकुर का रिश्वत लेते वीडियो वायरल सोशल मीडिया में बड़ी तेजी से वायरल हुआ और इसकी जॉच के लिए कलेक्टर ने टीम गठित की जिसमें यह सिद्ध हुआ कि डीपीसी बीपी ठाकुर छात्रावास की वार्डनों के ऊपर दबाव बनाकर महिने का नजराना लेते रहे जिससे तंग आकर वार्डनों ने यह वीडियो बनाया था। जब यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, वहीं जिले के तमाम अखबारों में यह मामला प्रकाशित हुआ साथ ही राष्ट्रीय न्यूज चेनलों में खबरें भी चलाई गई। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने जॉच तीन सदस्यीय टीम गठित की जिसमें जिले के बीआरसी और वार्डनों के बयान लिए गये उसके बाद डीपीसी और एपीसी के विरूद्ध कलेक्टर ने कार्यवाही करते हुए एक को डीओ कार्यालय और दूसरे को पुन: स्कूल और छात्रावास भेज दिया गया। इतनी कार्यवाही होने के बाद भी दोनों में कोई सुधार नहीं आया, बल्कि वार्डनों को और अधिक परेशान किया जाने लगा। वार्डनों ने फिर से शिकायत आवेदन बनाकर शिक्षा समिति अध्यक्ष कमलेश तेकाम को ज्ञापन सौंपा और आरोप लगाया कि एपीसी सुनीता मरावी के द्वारा अनावश्यक रूप से परेशान किया जा रहा है।


        जिला शिक्षा केंद्र में पदस्थ पूर्व डीपीसी बीपी ठाकुर और एपीसी सुनीता मरावी के विरूद्ध जिला शिक्षा समिति अध्यक्ष कमलेश तेकाम को छात्रावासों में पदस्थ वार्डनों द्वारा शिकायत आवेदन सौंपा है, वहीं उन्होंने शिकायत आवेदन के माध्यम से आरोप लगाया है कि एपीसी सुनीता मरावी के द्वारा अनावश्यक परेशान किया जा रहा है। जबकि इन दोनों के विरूद्ध अभी हाल ही में कलेक्टर के द्वारा कार्यवाही करते हुए डीपीसी बीपी ठाकुर को डीओ कार्यालय अटैच किया गया तो वहीं सुनीता मरावी को पुन: एपीसी के पदस्थ से हटाते हुए मॉडल स्कूल भुआ बिछिया भेजा गया। ये दोनों के विरूद्ध निलंबन की कार्यवाही होने की राह देख रहे हैं। क्योंकि पहले की कार्यवाही से इन्हें संतुष्टि नहीं मिली इसलिए बार-बार वार्डनों के ऊपर दबाव बनाकर उन्हें परेशान करने का काम किया जा रहा है। जबकि कलेक्टर के द्वारा गठित की हुई जॉच टीम के समक्ष जिले के लगभग बीआरसी एवं वार्डनों द्वारा इन दोनों के विरूद्ध बयान दिये गये हैं। फिर भी इन दोनों में कोई सुधार नहीं आ रहा है।

शिकायत के माध्यम से वार्डनों ने बताई अपनी पीड़ा

         वही शुक्रवार को जिले के छात्रावासों में पदस्थ वार्डनों द्वारा जिला शिक्षा समिति के अध्यक्ष कमलेश तेकाम को जो शिकायत आवेदन के माध्यम से ज्ञापन सौंपा गया है उसमें उन्होंने बताया कि हम सभी वार्डन राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल के निर्देशानुसार जिला शिक्षा केन्द्र मण्डला के मार्गदर्शन में जिले के कस्तूरबा गॉघी एवं बालिका छात्रावासों में प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत हैं। विगत दिवस हमारे द्वारा कार्यालय जिला शिक्षा केन्द्र मण्डला में पदस्थ पूर्व डीपीसी बीपी ठाकुर, एवं एपीसी सुनीता मरावी, के वायरल वीडियो के संबंध में अपना बयान दिया था कि ये देयकों के भुगतान के लिए अनैतिक रूप से पैसों की मांग करते हैं और इनके द्वारा अनैतिक रूप से पैसा लेना सिध्द हुआ था। वार्डनों ने बताया कि जब से पदस्थ हुए हैं उसके कुछ महिनों बाद से इनके द्वारा जिले की सभी वार्डनों को परेशान किया जा रहा है। जिला शिक्षा समिति के अध्यक्ष से अपनी पीड़ा बताते हुए संबंधितों के विरूद्ध कार्यवाही कराने की मांग की। 

अनैतिक पैसों की मांग के चलते फैली अव्यवस्था

श्री ठाकुर विगत 1 वर्ष से जिला परियोजना समन्वयक के पद पर जिले में पदस्थ थे और इनके मार्गदर्शन में ही हमारे द्वारा कार्य किया जाता रहा है, इनकी पदस्थापना से पूर्व किसी भी छात्रावास के संबंध में कोई शिकवा शिकायत नहीं थी, लेकिन इनके आने के बाद इनके अनैतिक मांग को पूरा करने के कारण कुछ छात्रावासों में अवस्थाएं भी हुई थी, लेकिन माह नबम्बर 2023 में सहायक परियोजना समन्वयक बालिका शिक्षा के पद पर राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अंतर्गत कस्तूरबा गॉधी छात्रावास में पदस्थ वार्डन सुनीता मरावी के आने के बाद अभी भी इनके द्वारा वार्डन का प्रभार नहीं दिया गया है इनके द्वारा मिलकर अनैतिक रूप से पैसों की मांग एवं अनावश्यक परेशान किया जाने लगा जिसके परिणामस्वरूप आये दिन दैनिक समाचार पत्रों में छात्रावासों में अव्यवस्थाएॅ जैसे समाचार प्रकाशित हो रहे हैं। 

बड़ी-बड़ी छात्राएं रसोईयां और चौकीदार के भरोसे

उन्होंने जिला शिक्षा समिति के अध्यक्ष कमलेश तेकाम को अवगत कराया कि सुनीता मरावी कस्तूरबा गॉधी बालिका छात्रावास में वार्डन के पद पर कार्यरत होते हुए भी सहायक जिला परियोजना समन्वयक के पद पर कार्यरत थी इनके द्वारा वार्डन का प्रभार नहीं दिया गया था और ये दोनो तरफ से अनैतिक रूप से पैसे कमा रही थी, कार्यालय कलेक्टर जिला मण्डला के आदेशानुसार इन्हे सहायक आयूक्त आदिवासी विकास विभाग में संलग्न किया गया था, लेकिन इनके द्वारा उक्त आदेश का पालन न कर भ्रम की स्थिति उत्पन्न कर अपना आदेश अपने गृहग्राम बिछिया जहॉ ये पूर्व में शिक्षिका के पद पर पदस्थ थी, वहॉ करा लिया गया, और अभी भी रमसा द्वारा संचालित कस्तूरबा गॉधी बालिका छात्रावास बिछिया का प्रभार इनके पास है, और वहॉ से भी ये अनैतिक लाभ ले रही हैं। छात्रावास में बडी़-बड़ी बालिकाएॅ रसोईया, चौकीदार के भरोसे हैं।

वार्डनों को अपने पक्ष में बयान देने बना रही थी दबाव

सुनीता मरावी और श्री ठाकुर के द्वारा प्रारंभ से ही हमें परेशान किया जा रहा था और हमारी गवाही के दिन भी श्रीमती सुनीता मरावी के द्वारा हमें अपने पक्ष में बयान देने के लिए धमकाया गया कहा गया कि तुम सभी हमारे पक्ष में गवाही दो नहीं तो हम भी देखते हैं तुम लोग कैसे शांति से नौकरी करोगी। महोदय जी श्रीमती सुनीता मरावी हम लोगों को जातिसूचक शब्दों का उपयोग कर कहती हैं कि तुम गोंड-गंवार हो तुम लोगों का जीना मुश्किल कर दूॅगी और मेरे पास पेपरबाजी कराने के लिए बहुत पैसा है मैं तुम लोगों को और पूरे जिला शिक्षा केन्द्र के अधिकारी कर्मचारियों को भी चैन से नहीं रहने दूंगी रोज पेपरबाजी कराउॅगी। इनके द्वारा हम लोगों को बार-बार बयान बदलने के लिए कॉल भी किया जाता रहा है जिस वजह से हम लोगों ने इनके कॉल को ब्लेकलिस्ट भी कर दिया है तो ये अब व्हाटसएप्प के माध्यम से पेपर में हम लोगों और जिला कार्यालय के अधिकरियों के संबंध में इनके द्वारा जो भा्रमक और झूठी पेपरबाजी की जा रही है के समाचार भेजते रहते हैं।

पैसे के दम पर कलेक्टर के आदेश को बदलवा दिया 

विगत 01 वर्ष से और विगत 05 माह से जब ये दोनो अधिकारी कार्यालय में पदस्थ थे तब इन्हे कार्यालय में पदस्थ अधिकारी/कर्मचारियों और छात्रावास में किसी भी प्रकार की समस्याएॅ दिखाई नहीं देती थी सब कुछ ठीक-ठाक था, लेकिन जैसे ही इनके अनैतिक कार्यो की पोल खुली इनके द्वारा वैमन्यशता के चलते पैसे दे-देकर पेपरबाजी कराई जा रही है आए दिन धमकाया जा रहा है। श्रीमती मरावी सभी जगह कहती फिरती है कि मेरे पास बहुत पैसा है मैं सबको खरीद लूंगी, जिस तरह से मैने कलेक्टर के आदेश को बदलबा दिया इसी तरह डीपीसी की परीक्षा देकर डीपीसी बनकर फिर तुम लोगों को बताती हूॅ। जॉच अधिकारियों को भी देख लूंगी, मुझे जेल भिजवाने को बोले थे सब लोगों को तुम लोगें ने पैसे देकर अपने तरफ कर लिया था अब मैं पैसे दे-देकर तुम लोगों का जीना हराम कर दूंगी।

शिक्षिका के पास कहां से आया धन की जाये जॉच

         हमारी तरह ही एक सामान्य शिक्षिका होने के बाद भी श्रीमती मरावी के पास इतना पैसा कहॉ से आया और लोगों से सुना है कि बिछिया, मवई क्षेत्र की लगभग सभी कालोनियों में इनके प्लाट हैं इस संबंध में भी इनकी जॉच कराई जानी चाहिए। पूर्व में भी इनके द्वारा धमकाये जाने पर हमारे द्वारा आपके समक्ष उपस्थित होकर प्रार्थना की गई थी तब आपके द्वारा आश्वस्त किया गया था कि आप सभी निर्भिक होकर छात्रावासों का संचालन नियम से करें और आपके द्वारा दिए गये आश्वासन के आधार पर उत्साह के साथ हमारे द्वारा छात्रावासों का संचालन किया जा रहा है, परन्तु श्रीमती सुनीता मरावी और बीपी ठाकुर के द्वारा अनावश्यक रूप से लोगों को पैसे दे-देकर छोटे-छोटे समाचार पत्रों और स्थानीय संगठनों के द्वारा हमारे विरोध में पेपरबाजी एवं ज्ञापन दिए जा रहे हैं। इनके इस प्रकार पूर्वाग्रह से ग्रसित बदले की ओछी मानसिकता के कारण हम सभी मानसिक रूप से प्रताडि़त हो रहे हैं और हमारे पारीवारिक जीवन में तनाव की स्थिति निर्मित हो गई है हम अपने दायित्वों का निर्वहन भी पूर्ण कुशलता के साथ नहीं कर पा रहे हैं साथ ही इनके इस प्रकार के कृत्य से विभाग एवं जिले की छवि भी धूमिल हो रही है। वार्डनों ने उचित कार्यवाही करने की की मांग की है।

     वही जब इस मामले में डी पी सी बी पी ठाकुर बात करके उनका पक्ष जानना चाहा तो उनका मोबाईल में घंटी जाती रही पर उन्होंने मोबाईल रिसीव हुआ जिस कारण से उनका पक्ष नही जान सके

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