रेवाचंल टाईम्स मंडला । जिले के अंतर्गत आने वाला विकास खंड नैनपुर के राजस्व विभाग में तत्कालीन पटवारी प्रदीप उसराठे ने अवैद्य कालोनाइजर अजय गुप्ता के साथ मिलकर क्रेता ११ प्लाट धारियों के साथ धोखा धड़ी किया है ऐसा आरोप प्लाट धारी लगा रहै है ।
जानकारी के अनुसार नैनपुर के वार्ड क्रमांक 15 में अवैध रूप से कॉलोनी का मामला शांत होने का नाम नही ले रहा है। जिसमें हर रोज कोई ना कोई नया मोड़ आ रहा है । वही प्रशासन की फजीहत उसके कर्मचारियों की कारगुजारियों के कारण जबाब देने में सोचना पड़ रहा है । क्योंकि पटवारी प्रदीप उसराठे ने अपने कार्यकाल में जमकर अवैध कालोनियों को संरक्षण दिया हुआ था । जिसके कारण नैनपुर नगर में अवैध कालोनियों की बाढ़ आ गई है । नैनपुर नगर के हर मोहल्ले में अवैध कॉलोनीयॉं काटी गई है । मगर प्रशासन को जानकारी होते हुए भी अनदेखी की जा रही है । पूर्व निलंबित पटवारी उसराठे के द्वारा पूर्व में कराई गई रजिस्ट्री जिस प्लाट की रजिस्ट्री कराई गई वह प्लाट उपलब्ध ही नहीं है
मामला एस0 ड़ी0 एम0 न्यायालय गया जहॉं पर ऐसे 11 प्लाट है जिनकी जगह भूमि स्पष्ट नहीं है एस डी एम के आदेश क्रंमाक दिनांक के आदेश की नकल में स्पष्ट व्याप्त है कि यह 11 व्यक्तियों के द्वारा स्थानीय थाने में इनकी f.i.r. करा दी जा सकती है इसी क्रम में नीरज नामदेव भी उन्हीं 11 प्लाट धारकों में एक है जो छोटी सी अपनी सिलाई की दुकान में कार्य कर अपने खून पसीने से एक प्लाट खरीदा उसे पता चलता है कि उसके द्वारा लिया गया प्लाट की जगह भूमि स्पष्ट नहीं है इसके बाद उसके द्वारा एफ आई आर कराने के लिए थाने में कई चक्कर लगाऍं तब जाकर उसकी पुलिस ने धारा १५५ के अंतर्गत असज्ञेय अपराध दर्ज कर एन0 सी0 आर0 काटकर न्यायालय जाने की सलाह दी गई है ।
भू स्वामी नीरज नामदेव को प्लॉट नही मिलने के कारण आवेदक नीरज नामदेव ने दिनांक ०२/०३/२०२३ को सिविल न्यायलय का सहारा लिया हैं । पटवारी प्रदीप उसरठे राजस्व निरीक्षक देवेद्र नेताम पंजीयन अधिकारी रमाकांत मेसराम अजय गुप्ता नीरज सोनी मनीष चक्रवर्ती के विरुद्ध सिविल न्यायलय में परिवाद दर्ज प्रस्तुत किया गया है । वही पटवारी प्रदीप उसराठे नाराज होकर अवैध कालोनाइजर से मिलकर बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहा है । मगर प्रशासन पटवारी पर कोई कार्यवाही नही कर रहा है यह बड़ा सवाल खड़ा करता है।
जिसमें जिला कलेक्टर को जानकारी ही नही है। की पटवारी पर कार्यवाही हो रही हैं। या नहीं मगर पटवारी विभाग के अंदर ऐसी पकड़ हैं। कि सारा प्रकरण ही गयाब हो गया हैं। वही प्रशासन की नजर से अदृश्य खेल चल रहा हैं। मगर पटवारी प्रदीप उसरठे के काले कारनामे इतने बड़े हुए की जिसकी कोई सीमा नहीं है। और समय रहते पटवारी प्रदीप उसराठे पर विभाग कार्यवाही नही करता हैं। जिसमें चौकने वाले परिणाम सामने आएंगे जिसमे प्रशासन की फजीहत हो सकती है।
इनका कहना है कि
मुझे नीरज सोनी के द्वारा बहला-फुसलाकर मुझे प्लाट के लिए प्रलोभन दिया गया भूमिस्वामी अजय गुप्ता के द्वारा फर्जी तरीके से मुझे प्लाट मुझे बेचा है जिसका खामियाजा आज हम 11 लोगों को भुगतना पड़ रहा है आज मेरे पास रहने के लिए घर नहीं है आज मेरी स्थिति जीने और मरने जैसी हो गई है मुझे न्यायालय से ही न्याय की आशा है ।
नीरज नामदेव नैनपुर पीडि़त हितग्राही
No comments:
Post a Comment