मण्डला 16 मार्च 2023
उपसंचालक पशुपालन एवं
डेयरी विभाग से प्राप्त जानकारी अनुसार मुख्यमंत्री पशुपालन विकास योजना अंतर्गत
जिले के विशेष पिछड़े जनजाति (बैगा) हितग्राहियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने एवं
कुपोषण से मुक्ति पाने हेतु जिले के 116 बैगा परिवारों
को दो-दो दूधारू पशु (गाय/भैंस बछड़े सहित) उपलब्ध किया जाएगा।
योजना का उद्देश्य
दुग्ध उत्पादन में
वृद्धि, हितग्राहियों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाना, पशुओं की दुग्ध उत्पादन क्षमता में वृद्धि, रोजगार के अवसर
प्रदाय करना तथा कुपोषण दूर करना, उच्च उत्पादक क्षमता के
दुधारू पशुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना।
कार्यक्रम विवरण
दुधारू पशुओं में वर्णित
दुधारू देशी नस्ल की 2-2 गाय, भैंस जिले के विशेष पिछड़ी जनजाति (बैगा) हितग्राहियों को प्रदाय किया जाएगा।
योजना 90 प्रतिशत अनुदान एवं 10 प्रतिशत
हितग्राही अंशदान पर संचालित हैं। क्रय किये गये समस्त पशुओं का बीमा कराया जाएगा।
एम.पी.सी.डी.एफ के मिल्क रूट पर प्राथमिकता के आधार पर हितग्राहियों का चयन किया
जाएगा। पशुपालकों को डेयरी से संबंधित प्रशिक्षण पशु प्रदाय के पूर्व दिया जायेगा।
योजना की इकाई लागत
दुधारू गाय पालन- इकाई
की कुल लागत 189250, 90 प्रतिशत अनुदान 170325, 10 प्रतिशत हितग्राही अंशदान 18925, दुधारू भैंस
पालन- इकाई की कुल लागत 243000, 90 प्रतिशत अनुदान 218700, 10 प्रतिशत हितग्राही अंशदान 24300 जिले के बैगा
हितग्राही मिल्क रूट के आधार पर निकटतम पशु चिकित्सा संस्था में जाकर आवेदन एवं
अंशदान राशि जमा कर इस योजना का अधिक से अधिक लाभ ले सकते हैं।
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