रेवांचल टाईम्स - मंडला, मुख्यमंत्री के द्वारा अपनी जन दर्शन यात्रा जामगाव मैं पडाह खोद कर क्षैत्र वासियों को नहर से पानी देने का किया गया था वादा
25 वर्षों से क्षैत्र वासी कर रहे नहर निर्माण कार्य की जन हितैषी मांग
नहर निर्माण कार्य नहीं होने से संपूर्ण क्षेत्र में व्यापक आक्रोश व्याप्त है
जामगांव मैं चुनाव का दो बार बहिष्कार हो चुका है।
गत दिनों क्षैत्रीय किसानों,समाज सेवियों एवं जनप्रतिनिधियों की एक सामूहिक बैठक का आयोजन ग्राम पंचायत चिरईडोगरी मैं कृषक संघर्ष समिति के तत्वावधान में किया गया।
कृषक संघर्ष समिति के अध्यक्ष सुखदेव सिंह ठाकुर, उपाध्यक्ष राजाराम शर्मा, सचिव राजेंद्र यादव, संयोजक लालजू मर्सकोले, सरपंच संघ के अध्यक्ष रामनाथ उइके, पत्रकार संत कुमार ठाकुर, समिति के सदस्य शंकर पटैल,आयोग के सदस्य गुलाब सिंह उइके,अनेक ग्राम पंचायतों के सरपंचों एवं क्षैत्रीय कृषकों की बड़ी संख्या में एक मतेन निर्णय लिया गया कि हमारे द्वारा विगत 25 वर्षों से थावर परियोजना जलसंसाधन विभाग बीजेगाव डेम से हजारों एकड़ असिंचित भूमि भूमि में पानी देने के लिए मध्यप्रदेश सरकार एवं स्थानीय जिला प्रशासन, संबंधित विभाग, वरिष्ठ अधिकारियों से यहां पर नहर निर्माण कार्य की जन हितैषी मांग की जा रही है किन्तु आज पर्यन्त नहर निर्माण कार्य को लेकर शासन एवं प्रशासन के कानों में जूं तक नहीं रेंग रहा है, बल्कि मध्यप्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा अपनी चुनावी जन संवाद रैली में की गई घोषणा" तुम हमें बोट दो मैं पहाड़ खोदकर यहां पर नहर से क्षैत्र वासियों के सिंचाई के लिए पानी लाऊंगा" जैसी घोषणा पर आज पर्यन्त कोई भी कार्य वाही नहीं की गई। गत दिनों आयोजित वृहद बैठक में एक मतेन निर्णय लिया गया कि अब मध्यप्रदेश सरकार और स्थानीय जिला प्रशासन के झूठे वादों पर विश्वास नहीं किया जायेगा,अब आर पार की लड़ाई लडी जायेगी। नहर निर्माण कार्य की जन हितैषी मांग को लेकर जन आंदोलन करने का चरण बध्द कार्यक्रम तैयार किया गया जिसमें दिनांक 14 फरवरी 2023 दिन मंगलवार जन सुनवाई कार्यक्रम मैं जिला प्रशासन एवं संबंधित विभाग को ज्ञापन सौंपा जायेगा, दिनांक 24 फरवरी 2023 को मुख्य सड़क मार्ग मण्डला सिवनी चिरईडोगरी बस स्टैंड मैं समय 12 से अनिश्चितकालीन चक्काजाम किया जायेगा पश्चात 25 फरवरी 2023 से अनिश्चितकालीन धरना दिया जायेगा। इसके पश्चात भी अगर समय सीमा के अंदर शासन एवं प्रशासन के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जायेगी तो इस जन हितैषी मांग को लेकर वृहद आंदोलन करने का निर्णय लिया गया। यहां पर हो रहे नहर निर्माण कार्य की मांग को लेकर चक्काजाम एवं जन आंदोलन की संपूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन और संबंधित विभाग की होंगी। क्षैत्र वासियों के द्वारा विगत 25 वर्षों से जामगांव, ईश्वरपुर, रामपुरी, चिरईडोगरी, भालीवाडा, मानेगांव, अमझर, चंदिया, इन्द्री, एवं इससे लगे लगभग 17 ग्राम पंचायतों की हजारो एकड़ असिंचित भूमि को सिंचित करने के मध्यप्रदेश सरकार, यहां के विधायक, सांसद, एवं वरिष्ठ अधिकारीयों से लगातार अपनी जन हितैषी मांग की जा रही है किन्तु आज पर्यन्त किसी भी तंत्र के द्वारा इस दिशा में कोई भी सकारात्मक कार्य वाही नहीं किया गया बल्कि क्षैत्र वासियों को भरोसे का झूठा झुन झुना थमाकर कोरी घोषणा पर घोषणा करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
विगत दिनों अनेक बार जामगांव क्षैत्र वासियों के द्वारा नहर निर्माण कार्य की जन हितैषी मांग को लेकर चुनाव का बहिष्कार और जन आन्दोलन किया गया किन्तु जिम्मेदार शासकीय तंत्र और हमारे अपने कहे जाने वाले जनप्रतिनिधियों के द्वारा भरोसे का झूठा झुन झुना थमाकर क्षैत्र वासियों को गुमराह और भ्रमित किया जा रहा है।अब इस संपूर्ण क्षैत्र की जनता ऐसे घोषणा वीरों और भरोसे का झूठा झुन झुना थमाने वाले जनप्रतिनिधियों पर भरोसा करना छोड़ सडक मार्ग पर अपना विरोध प्रगट कर चक्काजाम और जनांदोलन करने का पूरा मन बना लिया है।
No comments:
Post a Comment