रेवांचल टाईम्स - मंडला,प्रदेश के लगभग 70 हजार अतिथि शिक्षकों का रोजगार सुनिश्चित कराए जाने के लिए वर्षों से जारी संघर्ष को परिणाम मूलक बनाने एक बार और सरकार का सामना करने के मुख्य उद्देश्य को लेकर तगड़ी रणनीति बनाई जाएगी।इस एजेंडे को लेकर प्रदेश भर के अतिथि शिक्षकों के नेतृत्व करने वालों की आवश्यक बैठक भोपाल के नीलम पार्क में बुधवार 1 फरवरी को दोपहर पूर्व 10 बजे रखी गई है।
समस्त अतिथि शिक्षक परिवार की ओर से पी.डी.खैरवार ने बताया है,कि अतिथि शिक्षकों के हित में निर्णय कराने विगत दस वर्षों से धरना,प्रदर्शन,अनशन हड़ताल,पैदल यात्रा करके सरकार का ध्यान आकर्षित कराने का प्रयास लगातार होता आ रहा है।और तो और छः महीने लगातार दिन रात भोपाल के शाहजहांनी पार्क में अनिश्चितकालीन सत्याग्रह आंदोलन तक करके सरकार का ध्यान अतिथि शिक्षकों की छोटी सी मांग की ओर लाने का प्रयास किया जा चुका है। विदिशा से ग्वालियर तक महीने भर की तिरंगा यात्रा कर ली गई। अन्य जिलों के अलावा मंडला अकेले जिले में ढाई -ढाई महीने तक लगातार धरना दिया जा चुका।अग्नि सत्याग्रह,जल सत्याग्रह जैसे कदम उठाए जा चुके।फिर भी सरकार ने अब तक अतिथि शिक्षकों की आवाज को हासिए पर ही रखते आने का दुस्साहस करते आ रही है।इस बीच भाजपा से कांग्रेस और कांग्रेस से फिर भाजपा की सरकार बन गई। बावजूद इसके अतिथि शिक्षकों का शोषण रुकने का नाम नहीं ले रहा है।जिसके दुष्परिणाम स्वरूप अब तक एक सैकड़े से ऊपर अतिथि शिक्षक सरकार की नीतियों के शोषण का शिकार होते या तो आत्म हत्या कर चुके हैं या सुनिश्चित रोजी रोटी की चिंता करते-करते गंभीर रोगों का शिकार होकर मृत्यु को पा चुके हैं।जिनके सैकड़ों परिवारों का जीवन अंधकारमय हो चुका है।यह सिलसिला रुक नहीं रहा है।
अब अतिथि शिक्षकों का सामना सरकार से आर पार का होना फिर से तय है।जिसकी रणनीति भोपाल में 1 फरवरी को होने वाली प्रदेश स्तरीय बैठक में बनाई जाएगी।
पी.डी.खैरवार ने उन सभी नेतृत्वकर्ता अतिथि शिक्षकों को बैठक में भाग लेने की अपील की है,जो संकुल,ब्लाक,जिला ,संभाग या प्रदेश स्तरीय संगठनों के पदाधिकारी के रूप में अतिथि शिक्षकों का नेतृत्व करते आ रहे हैं।
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