लेकिन इन सभी जानकारियों को ताक में रखते हुये पी. मुर्गन ठाकुर जो कि वर्तमान जनपद सदस्य के उप में जनप्रतिनिधि है। इन्होंने निर्वाचन आयोग की आंगें में धूल झोंक कर यह पद हासिल कर लिया है। साथ ही साथ इनके बेटे ने भी उपसंरपंच का पदभार संभाले हुये हैं, और इनकी पत्नी भी पंचायत में पंच पद पर आसीन है। पी मुर्गन ठाकुर को पद की लोलुपकता इतनी बढ़ गई कि इन्होंने अपनी पत्नी को वार्ड क्र. 10 सानेश्वरी ठाकुर के पंच पद में और अपने बेटे शिव प्रकाश ठाकुर वार्ड नं. 4 से पंच पद हासिल करने के बाद उपसरपंच भी बन गये हैं।
वहीं धीरज बरया जो कि ककैया के ही निवासी है। ग्राम वासियों के द्वारा तहसील कार्यालय में पंचनामा सहित आवेदन दिया गया है। कि पी. मुर्गन ठाकुर के द्वारा शासकीय भूमि में अतिक्रमण किया गया है। जिसको नायब तहसीलदार राजस्व निरीक्षक हल्का पटवारी एवं पुलिस बल के द्वारा 18-8-2022 को अतिक्रमण हटाया गया है। वहीं जनपद सदस्य पीं मुर्गन ठाकुर ने अतिक्रमण किया हुआ है जिसका प्रमाण राजस्व के आदेश पत्र में स्पष्ट रूप से लिखा हुआ है। जिसमें भूमि खसरा नं. 594, परवारी हल्का नं. 17, रकबा 0.19 रास्ता मद की भूमि में मकान बाड़ी एवं फेंसिंग लगाकर 144 वर्गफीट में अतिक्रमण किया गया है। जो यह साबित करता है कि पी मुर्गन ठाकुर जनपद सदस्य के द्वारा अतिक्रमण किया गया था। वही जनपद सदस्य के द्वारा निर्वाचन में फार्म में गलत घोषणा पत्र देकर निर्वाचन आयोग को गुमराह किया गया है।
वहीं इनके बेटे उपसरपंच शिव प्रकाश ठाकुर के द्वारा ग्राम पंचायत की आंगनवाडी कार्यकर्ता को आये दिन अपने पद का रोब दिखा कर धमकाना कर उनसे चावल की मांग करना जिसमे वह परेशान होकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने सरपंच को लिखित शिकायत देकर अवगत कराया गया है।
इनका कहना है-
उपसरपंच ने जब से पद संभाला है तब से आँगनबाड़ी केन्द्रों में, स्कूलों में शिक्षकों के धमकाना व स्कूल के गेटों पर ताला लगा देना और पंचायत के विकास कार्यो में शिकवा शिकायत करना आम बात हो गई है। जिसके कारण से पंचायत के कोई भी काम सुचार रुप से नहीं हो पा रहे हैं। और आये दिन बात विबाद करते नजर आ रहे है।
फागू लाल उर्फ सी एल मरकाम
पंच वार्ड नं. 19 ककैया जनपद बिछिया मंडला
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