रेवांचल टाइम्स,रतलाम: जिला अस्पताल में एक असाधारण बच्चे का जन्म हुआ है, जो इस समय चर्चा का विषय बन गया है. इस नवजात बच्चे के दो मुंह हैं और तीन हाथ भी दिखाई दे रहे हैं. डॉक्टर का कहना है कि ऐसा असाधारण नवजात लाखों में होता है. इस स्थिति के चलते बच्चे की जान को खतरा बताया जा रहा है. बच्चे की आगे की जिंदगी फिलहाल खतरे में है, इसलिए बच्चे को इंदौर रेफर कर दिया गया है. जावरा के रहने वाली महिला शाहीन ने इसे जन्म दिया है.
ऐसे बच्चों के बचने के चांस काफी कम
रतलाम जिला अस्पताल एमसीएच यूनिट के डॉक्टर नावेद कुरेशी ने बताया कि ऐसे बच्चों के बचने के चांस काफी कम होते हैं. ऐसे केस में 35 प्रतिशत बच्चे गर्भ में ही दम तोड़ देते हैं. वहीं जो जन्म लेते हैं उनमें से 40 प्रतिशत कुछ घण्टे जीवित रहते हैं. जो उस समय सर्वाइव कर भी लेते हैं, वो आगे कुछ साल ही जीवित रहते हैं. ऐसे सिर्फ 60 से 70 प्रतिशत बच्चे ही जन्म तक जीवित रह पाते हैं. काफि कम केस में ऐसे बच्चे आगे जी पाते हैं. फिलहाल इस बच्चे का इलाज जारी है. डॉक्टर ने बताया कि सोनोग्राफ़ी के दौरान गर्भ में जुड़वा बच्चे दिखाई दे रहे थे, लेकिन जब जन्म हुआ तो ये कंडीशन क्लियर हो पाई.
एक और अनोखे बच्चे का जन्म
कुछ समय पहले भी शहर के मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में एक महिला ने ऐसे ही एक अनोखे प्रकार के बच्चे को जन्म दिया था, जिसके दो सिर और तीन हाथ थे. उसकी हालत गंभीर देखते हुए उसे गहन चिकित्सा इकाई में रखा गया था, लेकिन 2 दिन बाद बच्चे ने दम तोड़ दिया था. जानकारी के अनुसार, वो बच्चा शिवगढ़ के बाडलियाघाटा निवासी दुर्गा पत्नी गवजी का था. उस समय मीडिया को एसएनसीयू प्रभारी डॉ. नावेद कुरैशी ने बताया था कि बच्चे का दिल, फेफड़े, लिंग सहित अन्य अंग एक हैं. साधारण स्थिति में एक भ्रूण से एक बच्चा बनता है. लेकिन जब एक भ्रूण से कई भ्रूण अलग हो जाते हैं तो ट्विंस पैदा होते हैं.और जब भ्रूण पूरी तरह अलग नहीं हो पाता तो कोज्वाइंट ट्विंस होते हैं.
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