रेवांचल टाईम्स - नियमित रोजगार को लेकर लंबे समय से दर दर भटकते सरकारी नौकरी की बाट जोह रहे अतिथि शिक्षकों को मंडला विधायक देव सिंह सैयाम से सकारात्मक आस्वासन मिला है।
अतिथि शिक्षक परिवार नैनपुर विकासखंड अध्यक्ष नरोत्तम नाग ने जानकारी दी है,कि रविवार 30 जनवरी को मंडला विधायक निवास झुलपुर पहुंचकर अतिथि शिक्षकों के एक शिष्टमंडल ने मुलाकात कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है।ज्ञापन में मांग की गई है, कि अतिथि शिक्षकों को नियमित रोजगार दिये जाने के लिए सरकार आगामी विधानसभा बजट सत्र में प्रस्ताव लेकर आए।ताकि वर्षों से दर दर भटकते आ रहे हजारों अतिथि शिक्षक परिवार को स्थाई रूप से रोजी-रोटी मिल सके।साथ ही शैक्षणिक कार्य में दक्ष हो चुके अतिथि शिक्षकों के अनुभव का लाभ अबोध छात्रों को मिलता रहे।
अतिथि शिक्षक परिवार मंडला जिला अध्यक्ष पी.डी.खैरवार ने जानकारी दी है,कि क्षेत्रीय विधायकों से मुलाकात कर बजट सत्र में बात रखने निवेदन करने के सिलसिले में निवास विधायक डॉक्टर अशोक मर्सकोले और राज्य सभा सांसद संपतिया उइके से हाल ही में मुलाकात करने के ठीक बाद मंडला विधायक श्री सैयाम से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपने पहुंचे अतिथि शिक्षकों ने भाजपा विधायक के सामने यह तक कह दिया कि भाजपा सरकार की ही देन अतिथि शिक्षक व्यवस्था है।प्रदेश की शालाओं में शिक्षकों की भारी कमियों के चलते अत्यंत कम और नाममात्र के मानदेय पर अतिथि शिक्षकों ने पढ़ाई कार्य करके शिक्षा की गुणवत्ता को बनाये रखने में सरकार का सहयोग किया है।जो चौदह वर्षों से लगातार जारी है।अब तो सरकार के कई नियमों और योजनाओं के कारण काम से बाहर होते जाना पड़ रहा है। बावजूद इसके भाजपा की सरकार अतिथि शिक्षकों को शोषित होने से बचाने तनिक भी पहल नहीं कर पा रही है।जबकि अतिथि शिक्षकों का झुकाव भाजपा की ओर ज्यादा और अन्य पार्टियों की ओर कम रहा है।अब तक हजारों आंदोलन प्रदर्शन और ज्ञापनों के माध्यम से सरकार का ध्यान चाहा जाता रहा है।इसी तारतम्य में यह ज्ञापन भी सौंपा गया है। आगामी फरवरी 2022 में होने जा रहे बजट सत्र में भी अतिथि शिक्षकों को नियमित रोजगार देने संबंधी प्रस्ताव को सामिल नहीं किये जाने की स्थिति में प्रदेश के अतिथि शिक्षक अपना अलग मोर्चा खोलने के लिए विवश हो जाएंगे।
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