रेवांचल टाइम्स - मंडला जिले के तिंदनी में स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र में फसल पर ड्रोन मषीन द्वारा कीटनाशक दवाई का छिड़काव किया जा सकता है ,ड्रोन द्वारा 20 मिनट में एक एकड़ भूमि पर दवा का छिड़काव किया जा सकता है ,
..दरअसल गरूड़ एरो स्पेस प्राइवेट लिमिटेड तमिलनाडु द्वारा फसल संग्राहालय जिसमें मुख्यतः गेंहू की 20 किस्में, चने की 15 किस्में, अलसी की 10 किस्म एवं सरसों की 15 किस्म देखकर सीखना के सिद्धांत पर किसानों के अवलोकन हेतु लगाई गई हैं और पुष्प वाटिका जिसमें मुख्यतः गेंदे की पूसादीप, पूसाबहार और पूसानारंगी,माइगे्रट सेवंती सफेद और पीले फूलो की फसल पर ड्रोन मषीन द्वारा कीटनाशक एवं बढ़वार हेतु 19ः19ः19 एन.पी.के. घुलनषील उर्वरक का छिड़काव कराया गया। लाइव डेमो किसानों एवं कृषि अधिकारियों एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों की उपस्थिति में किया गया.... केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ. मेश्राम ने बताया कि यह ड्रोन बैटरी चलित और जीपीएस पर आधारित है.... इस ड्रोन में 10 लीटर क्षमता का टैंक है व एक एकड़ में दवा छिड़काव करने के लिए 15 से 20 मिनिट का समय लगता है तथा इसकी कीमत 5 लाख रूपये है। यह 250 मीटर का क्षेत्र कवर करता है। साथ ही 200 मीटर की उचांई में उड़ सकता है। कृषि कार्य के लिए मजदूरों की कमी व समय पर आभाव को देखते हुए ड्रोन तकनीक लाभकारी सिद्ध हो सकती हैं । ड्रोन की मदद से खाद्यान्न, सब्जी फसल व फलदार पौधों पर पौध संरक्षण दवाओं व घुलनषील उर्वरकों का छिड़काव किया जा सकता है,
रेवांचल टाइम्स मंडला से प्रदीप कुमार
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