
रेवांचल टाईम्स - वो लौ बार-बार जलती थी,और हर बार हवा का झोंका उसे बुझा देता।बावजूद उस लौ ने जलना नहीं छोड़ा, और आज ये एक बड़े बदलाव की लौ बन चुकी है।आलम यह है, कि चौरई थानाध्यक्ष की चर्चा हर एक व्यक्ति की जुबां पर है। जो नित प्रतिदिन कामयाबी की नई-नई इबारत लिख रही हैं। और ये सब मुमकिन हुआ है, एक अफसर की नई सोंच, बुलंद हौसलों और मजबूत इरादों के दम पर। एक ऐसी पुलिस अधिकारी, जिन्होंने सामाजिक बदलाव को ही अपनी जिंदगी का मकसद बना लिया।वैसे तो जब किसी पुलिस अधिकारी का जिक्र होता है, तो दिमाग में एक सख्त और रौबदार अफसर की छवि उभर आती है, नीली बत्ती वाली गाड़ी, सरकारी तामझाम और जी हुजूरी करते मुलाजिम। लेकिन कुछ अधिकारी ऐसे भी हैं, जिनका अलहद अंदाज जनता का दिल जीत लेता है, वो अपनी जिम्मेदारियों से ज्यादा इंसानियत को तवज्जो देती हैं। उनके लिए किसी पद के कोई मायने नहीं होते। वो काम के प्रति भी बखूबी अपना दायित्व निभाती हैं, और सामाजिक कार्यों में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती हैं। सिस्टम में मौजूद विसंगतियों से विचलित होने के बजाए हालात और समाज को बदलने के लिए वो जी-जान से जुट जाते हैं। ऐसे ही एक दमदार शख्सियत हैं पुलिस इंस्पेक्टर और वर्तमान में चौरई थानाध्यक्ष शशि विश्वकर्मा जिन्होंने अपने अथक प्रयासों व जन सहयोग से चौरई थाना प्रभारी श्रीमती विश्वकर्मा के निरंतर मेहनत व कर्तव्यनिष्ठता के परिणाम स्वरुप चौरई थानाध्यक्ष के लिए सपनों के पंख दिए।साथ ही अपनी संवेदनशीलता और कार्यशैली से ब्यूरोक्रेसी को लेकर आम आदमी की सोच बदली और प्रशासन के प्रति जनता में
विश्वास भी पैदा किया।
मजबूत इरादों वाली इंस्पेक्टर, जिनके लिए कुछ भी नहीं है नामुमकिन वर्तमान में चौरई थाने की कायाकल्प करने में पूरी तन्मयता से लगी हुई हैं चौरई थाने का कायाकल्प हुआ चौरई थानाध्यक्ष के कार्य की प्रशंसा क्षेत्रवासियों में हो रही है वही थाने में आने वाले मामलों की संख्या में भी कमी आई है क्योंकि मामला आते ही उसका त्वरित निस्तारण कराने में माहिर है चौरई थानाध्यक्ष
विभागीय चुनौतियों के बीच संवार रही थाना
कानून व्यवस्था के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को निभाते हुए पुलिस अधिकारियों को शायद ही मौका मिलता हो कि वह अपनी ड्यूटी के अलावा कुछ नया और रचनात्मक कार्य कर पाएं क्योंकि विभाग में काम की चुनौतियां ही इतनी ज्यादा हैं, कि कुछ भी सोचने का वक्त ही नहीं मिलता। वैसे तो चौरई थाने पर कई थानेदार पोस्ट हुए और अपनी ड्यूटी करते हुए उनका ट्रांसफर भी हो गया,
यदि आप कुछ वर्ष पूर्व चौरई थाने पर आए हों और अब वर्तमान में आप चौरई थाने पर आएंगे तो यहां की पूरी की पूरी तस्वीर ही आपको बदली हुई नजर आएगी।
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