रेवांचल टाईम्स :- बेटियों ने निभाई जिम्मेदारी मुखाग्नि देकर की पूरी अपने पिता की अंतिम इच्छा बेटी को मुखाग्नि देता देख मुक्तिधाम में उपस्थित सभी लोगों की आँखे नम हो गई. बेटियां दाह संस्कार होने तक मुक्तिधाम में रही और अपना कर्तव्य पूरा किया.
वही छिंदवाड़ा जिले की तहसील चौरई में बेटियों ने एक मिसाल पेश की है. समाज के रीति रिवाजों को तोड़ते हुए लड़कियों ने अपने पिता की अंतिम इच्छा पूरी की. पिता की इच्छा थी की इन्हे मुखाग्नि बेटी ही दे. पिता की ये इच्छा पूरी करते हुए बेटी ने परंपराओं को तोड़ते हुए अपने दिवंगत पिता की अर्थी को कंधा ही नही दिया
बल्कि मुखाग्नि भी दिया. बेटी को मुखाग्नि देता देख मुक्तिधाम में उपस्थित सभी लोगों की आंख नम हो
गई. बेटियां दाह संस्कार होने तक मुक्तिधाम में रही और अपना कर्तव्य पूरा किया.
बेटियों ने निभाई जिम्मेदारी
मिली जानकारी के मुताबित चौरई के वार्ड नं दस में रहने वाले चुन्नीलाल साहू का मंगलवार को जिला हास्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गई . उनका अंतिम संस्कार चौरई नगर स्थित मुक्तिधाम में किया गया. मजदूर की बेटी प्रीति ने अपने पिता को मुखाग्नि दी.
बता दें कि दिवंगत चुन्नीलाल साहू कि चार बेटियां है।चुन्नीलाल साहू मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण कर रहे थे।चुन्नीलाल की पत्नी भी मजदूरी करती हैं। तो वहीं प्रीति , कीर्ति, किरण, पूनम अभी पढ़ाई कर रही है. भाई नहीं होने पर परिवार की जवाबदेही बेटियों के कंधों पर आ गई है. पिता की इच्छा के मुताबिक बेटी प्रीति ने अपने पिता को मुखाग्नि दी. तो वहीं चारो बेटियों ने पिता को दिया कांधा की अंतिम इच्छा पूरी।
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