खाद्य पदार्थों में मिलावटियों की अब खैर नहीं, सूचना देने वालों को पुरस्कार भी
रेवांचल टाईम्स - आगामी त्यौहार को देखते हुए आमजन को शुद्ध खाद्य पदार्थ उपलब्ध हो, इसके लिए राज्य सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशानुसार पाली जिले में भी 26 अक्टूबर से 14 नवम्बर तक ’’ शुद्ध के लिए युद्ध अभियान ’’ व्यापक स्तर पर संचालित किया जाएगा, पाली जिले में खाद्य पदार्थो में मिलावट करने वालों की अब खैर नहीं है, उनके खिलाफ अब सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी, त्यौहारी सीजन के समय प्रायः देखने को मिलता है कि अत्यधिक खपत के कारण दुकानदार मिलावट का धंधा अपना लेते हैं ताकि ज्यादा मुनाफा कमा सकें,लेकिन इस बार इस पर पूर्णतया रोक लगाने के प्रयास चिकित्सा विभाग द्वारा किये जायेंगें।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर. पी. मिर्धा ने बताया कि राज्य सरकार की मंशा है कि सभी उपभोक्ताओं को शुद्ध खाद्य पदार्थ उपलब्ध हो सके। इसके लिए वर्ष भर फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्डस एक्ट 2006 के अंतर्गत कार्यवाही की जाती है। उन्होंने बताया कि त्यौहारों पर खाद्य पदार्थों में मिलावट होने की संभावना अधिक रहती है। इसलिए राज्य सरकार के निर्देशानुसार पूरे राज्य में 26 अक्टूबर से 14 नवम्बर तक शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इसकी पालना में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस अभियान को व्यापक स्तर पर चलाया जाकर मिलावट करने वालों के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। इस अभियान के अंतर्गत पाली जिले में कार्यरत खाद्य सुरक्षा अधिकारी के साथ जिला स्तरीय चिकित्सा अधिकारी, ब्लाॅक स्तरीय अधिकारियों द्वारा सजग रहकर मिलावट करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गये हैं ताकि किसी भी स्तर पर मिलावट का गंदा खेल नहीं हो तथा लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ को रोका जा सके।
इन खाद्य पदार्थों में मिलवाट को रोकने के किये जायेंगें प्रयास -
सीएमएचओ डाॅ. मिर्धा ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से अभियान के संचालन के लिए स्तरों पर जांच दलों का गठन किया गया है। इस विशेष अभियान के तहत दूध, मावा, पनीर व अन्य दुग्ध उत्पाद, आटा, बेसन, खाद्य तेल व घी की जांच की जाएगी। वहीं सूखे मेवे, मसालों और बाट व माप की जांच भी की जाएगी।
खाद्य पदार्थों में मिलावट की सूचना देने वालों प्रदान की जाएगी प्रोत्साहन राशि
डॉ. मिर्धा ने बताया कि अभियान की अवधि में पूरे जिले में कहीं पर भी मिलावटी खाद्य वस्तुएं बनाने वालों की सूचना देने वालों की सूचना सही पाए जाने पर प्रोत्साहन राशि भी राज्य सरकार के नियमानुसार प्रदान की जाएगी। खाद्य पदार्थों में मिलवाट की सूचना बाबत प्राप्त शिकायत पर फूड सैम्पल लेकर, नमूने की फूड टेस्टिंग लैब में जांच करवा कर उसके परिणाम प्राप्त होने पर प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। सूचना देने वालों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी। उन्होंने बताया कि जिला स्तरीय प्रबंधन समिति द्वारा जिले के खाद्य पदार्थ उत्पाक, बडे थोक विक्रेता एव खुदरा विक्रेता चिन्हित किए जाएंगे, जहां मिलावट की संभावना अधिक रहती है। इन्हीं लोगों पर कार्यवाही की जायेगी।
अभियान का व्यापक स्तर पर होगा प्रचार-प्रसार
जिले में 26 अक्टूबर से 14 नवंबर के बीच तक चलने वाले शुद्ध के लिए युद्ध अभियान का व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार किया जाएगा। सीएमएचओ डाॅ.मिर्धा ने बताया कि अभियान के दौरान जिले में होने वाले निरीक्षणों एवं मिलावटियों के विरूद्ध प्रस्तावित कार्यवाही का व्यापक स्तर पर मीडिया के माध्यम से जानकारी आमजन को प्रदान की जायेगी। उन्होंने आमजन का आह्वान किया है कि वे मिलावटखोरों से सावधान रहें, सजग रहें तथा एक जागरूक उपभोक्ता की तरह व्यवहार करें।
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