रेवांचल टाईम्स - आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला के ग्राम पंचायतों में सरकारी धन में खेली जा रही है खुलके होली जिम्मदार दे रहे खुला संरक्षण जांच के नाम पर की जा रही है लीपापोती जिस कारण भ्रस्ट सरपंच सचिव रोजगार सहायक और उपयंत्री के हौसले हो रहे बुलंद,
वही सरपंच सचिव रोजगार सहायक जय प्रकाश यादव ने किया सरकारी धन में घोटाला जांच के डर से दें रहा रोजगार सहायक दे रहा मरने की धमकी
जानकारी के अनुसार नैनपुर विकास खंड में जनपंद पंचायत के मुख्य कार्यपालन मरावी की कार्यप्राण्ली संदेह के घेरे में आने लगी हैं। पंचायत स्तर पर सीईओ की कार्यवाही शून्य है। क्योंकि वे कार्यवाही पर विश्वास नहीं करते है। जानकर यह भी बता रहे हैं।की सीईओ साहब जांच के बजाए सेटिंग में ज्यादा ध्यान होता हैं। जनता चाहे जितना चिल्लाए उनको ग्राम वासियों की परवाह नही होती हैं। जिसके चलते आज दिन तक ग्राम पंचायत रमपुरी के मामले सीईओ साहब ने चुपी सद ली है। जोकि बहुत सवाल खड़ा कर रहा है। मगर सीईओ कार्यवाही से क्यों कतरा रहे है। ये भी बड़ा सवाल है।
रोजगार सहायक लागतार फोन और मरने की देता है। धमकी
ग्राम पंचायत रमंपुरी रोजगार सहायक जय प्रकाश यादव और सरपंच के मिली भगत से फर्जी हाजरी का राज उजागर होने और फर्जी राशि निकल कर शासकीय राशि का गबन किया गया है। मगर जनपद पंचायत के अधिकारी मामला उजागर होने के बाद भी पंचायत सचिव और सरपंच और रोजगार सहायक लगातार फोन करने और मरने की खुली धमकी देता है। वही समाचार प्रकाशित होने से रोजगार सहायक जय प्रकाश यादव पत्रकार और शिकायतकर्ता को कर रहा बार बार फोन करके मानसिक प्रताड़ना देना और है। कहता है।की अगर मेरे विरुद्ध कार्यवाही हुई तो मैं मर जाउंगा और शिकायतकर्ता पत्रकार को फंसा देने की दे रहा है। वही रोजगार सहायक कहता हैं। पहले मेरी शिकायत बंद करवाओ तब में आवेदको को योजना का लाभ दुगा नही तो मर जाऊंगा । वही रोजगार सहायक खुली धमकी दे रहा है। जिसमें प्रशासन चाह रहा है। की घटना हो जिसके लिए इंतजार कर रहा है।
गबन का मामला सिद्ध होने के बाद भी अधिकारी कार्यवाही नही कर रहे हैं।
ग्राम पंचायत रमपुरी का मामला रोजगार सहायक ने शासकीय राशि का गबन किया हैं। जोकि दस्तावेज में सिद्ध हैं। मगर जनपद पंचायत के अधिकारी कार्यवाही करने से क्यों कतरा रहें हैं। जोकि समझ से परे है। जबकि रोजगार सहायक ग्राम तुमरीटोला निवासी भदली बाई मृतक महिला के जांब कार्ड में मृत्यु होने के बाद भी ग्राम के ही अन्य दो व्यक्तियों का एक साल तक फर्जी हाजरी चढ़ा कर पैसौ का भी भुगतान करवा लिया है।वही आवेदक और शिकायतकर्ता ने पत्रकारो के पास संपूर्ण दस्तावेज है। प्रदान किया है। मगर प्रशासन और सीईओ कार्यवाही करने से क्यों कतरा रहें है। आपने आप में सवाल है।
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